जयपुर. सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में सिर्फ लगभग 70 हजार वैक्सीन की डोज बची है, जो आज लगा दी जाएंगी. वैक्सीन की कमी के कारण आज भी अधिकांश जिलों में वैक्सीनेशन का काम बंद हो गया है. राजस्थान को आवश्यकता के मुताबिक वैक्सीन केन्द्र सरकार से नहीं मिल पा रही है.
राजस्थान को नहीं मिल रही पर्याप्त मात्रा में वैक्सीनः गहलोत
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में वैक्सीन का वेस्टेज भी नेगेटिव है, लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण आमजन परेशान है. मेरी केन्द्र सरकार से अपील है कि राजस्थान को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन दी जाए, जिससे जल्द से जल्द वैक्सीनेशन का काम पूरा हो सके और तीसरी लहर का खतरा समाप्त हो सके.
वैक्सीन के मामले में राजस्थान के साथ केंद्र का भेदभावः गहलोत
बता दें, वैक्सीन की कमी को लेकर पूर्व में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केंद्र सरकार पर पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगा चुके हैं. सीएम गहलोत इस बात को लेकर भी कहते रहे कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार के साथ में भेदभाव पूर्ण वैक्सीन उपलब्ध करा रही है. राजस्थान जब पूरे देश में पहले पायदान पर सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाने में खड़ा है, तो राज्य को उसी के अनुपात में वैक्सीन उपलब्ध करानी चाहिए.
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राजस्थान में वैक्सीनेशन की स्थिति पर एक नजर
- रविवार को राज्य में सिर्फ 76 हजार 992 वैक्सीन की डोज बची थी.
- अब तक राज्य में कुल 2 करोड़ 56 लाख 88 हजार 458 को वैक्सीन लगा दी गई है.
- 3 जुलाई को राज्य में 8 लाख से अधिक वैक्सीनेशन किया गया था.
- राजस्थान के पास 15 लाख डोज प्रतिदिन वैक्सीन लगाने की क्षमता.
- राजस्थान में वैक्सीनेशन का प्रथम चरण 16 जनवरी 2021 से शुरू हुआ था.
- राज्य में 18 से 44 आयु वर्ग के 79 लाख 75 हजार 521 लोगों को फर्स्ट डोज की वैक्सीन लगा दी गई है.
- राजस्थान में 18 से 44 आयु वर्ग के 1 लाख 14 हजार 35 को सेकंड डोज लगाई गई है.
दरअसल, इससे पहले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर ये मांग कर चुके हैं कि जो वैक्सीन निजी क्षेत्रों की दी जा रही है, उसे सरकारी क्षेत्र के वैक्सीनेशन के लिए दिया जाए.