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भाजपा में कई साहब, लेकिन इनका सरदार कौन बनेगा पता नहीं : मुख्यमंत्री गहलोत - CM Gehlot on Importance English Language

सीएम गहलोत ने विधानसभा में बोलते हुए भाजपा नेताओं पर जमकर तंज कसा. उन्होंने कहा कि भाजपा में कई साहब हैं, लेकिन इनका सरदार कौन बनेगा पता नहीं. इस दौरान कोरोना काल की याद दिलाते हुए गहलोत ने केंद्रीय मंत्री शेखावत और अर्जुन मेघवाल को भी (CM Gehlot on Union Minister Shekhawat) लपेटे में लिया और कहा कि इनकी बेवकूफी भरी बातों ने न जाने कितनों की जान ले ली. सुनिए और क्या कहा राजस्थान के मुख्यमंत्री ने...

Gehlot Replied in Rajasthan Assembly
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

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Published : Feb 15, 2022, 7:19 PM IST

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब पेश करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन मेघवाल के कोरोना भगाने के फॉर्मूले पर जमकर तंज कसा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना आ गया, दुनिया चिंतित हो गई कि क्या होगा और हमारे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल लोगों को भाभी जी पापड़ खाओ, आपको कोरोना नहीं होगा तो हमारे दूसरे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत कहते थे कि बाला जी को नारियल चढ़ाओ कोरोना नहीं होगा.

गहलोत ने कहा कि (Rajasthan CM Statement about Corona Situation) यह तो कमाल हो गया और अगर यह बातें जनता को बताएंगे कि ऐसे करोना खत्म हो जाएगा तो लोग अस्पताल में नहीं जाएंगे और मर जाएंगे. इनकी बेवकूफियों से कई लोग मर गए हैं. किसी को पापड़ खिला रहे थे तो किसी से नारियल फोड़वा रहे थे. गहलोत ने कहा कि कोरोना के दौरान कभी ताली तो कभी थाली बजवाई गई.

सीएम गहलोत ने क्या कहा, सुनिए...

भाजपा में कई साहब, लेकिन सरदार कौन बनेगा यह पता नहीं :मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज राज्यपाल के अभिभाषण पर अपना जवाब पेश करते हुए (Gehlot Replied in Rajasthan Assembly) भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी जमकर तंज कसा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सतीश पूनिया के 100000 नौकरियों को लेकर खड़े किए गए सवालों के जवाब में प्रदेश में दी गई नौकरियों को लेकर आंकड़े प्रस्तुत किए.

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इस दौरान उन्होंने भाजपा की गुटबाजी को लेकर कहा कि अभी भाजपा में कई साहब हैं, लेकिन इन सभी साहबों का सरदार कौन बनेगा किसी को पता नहीं. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाड़मेर रिफायनरी प्रोजेक्ट को 5 साल लटकाने और इसके चलते 40000 करोड़ के प्रोजेक्ट को 72000 का प्रोजेक्ट बना देने पर सवाल खड़े किए. उन्होंने वसुंधरा राजे पर तंज कसते हुए कहा कि मैंने तभी वसुंधरा राजे से कहा था कि रिफाइनरी प्रोजेक्ट में राज्य अपनी हिस्सेदारी नहीं रखते, लेकिन तब भी उनकी तनातनी थी जो आज भी है. हालांकि, अब वसुंधरा राजे की तनातनी अलग तरीके की है.

अब जाना कि अंग्रेजी कितनी महत्वपूर्ण है : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों से प्रदेश में हर विधानसभा में खुल रहे अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अंग्रेजी भाषा (CM Gehlot on Importance English Language) अब वैश्विक भाषा हो चुकी है. इसकी जानकारी से बच्चों में कॉन्फिडेंस आता है. उन्होंने कहा कि अभी 5000 की आबादी को आधार बनाते हुए अंग्रेजी स्कूल खोले जा रहे हैं और अब इसे और भी आगे ले जाया जाएगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मेरी खुद की अंग्रेजी कमजोर थी और मैं खुद अंग्रेजी भाषा का विरोध किया करता था, क्योंकि उस समय यही चलता था कि दक्षिण भारत में हिंदी का विरोध होता था और हमारे राज्यों में अंग्रेजी का विरोध, लेकिन अब अंग्रेजी का महत्व मुझे पता है.

अलवर मामले में विपक्ष कि राजनीति करने के चलते सौंपा गया सीबीआई को केस : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने जवाब में प्रदेश में अपराध को लेकर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि अलवर मामले में हमारे पास डॉक्टरों की पूरी रिपोर्ट आ चुकी थी और हमें पता है कि इस मामले में रेप नहीं हुआ था. लेकिन विपक्ष ने जो राजनीति की उसके चलते हमें यह केस सीबीआई को सौंपना पड़ा. भाजपा के नेता इस मामले की बात अपनी दिल्ली वाली सरकार से क्यों नहीं करते हैं.

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उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आते ही F.I.R. कंपलसरी का नियम लागू किया, इसके चलते मामले बढ़े. लेकिन अब उसका परिणाम है कि जहां भाजपा राज में 33 फीसदी मामले कोर्ट के जरिए इस्तगासा से दर्ज हो रहे थे, उनकी संख्या अब 16 फीसदी रह गई है. वहीं, महिला अत्याचारों में अनुसंधान का समय पहले 274 दिन लगता था जो अब 80 दिन रह गया है. 3 साल में पॉस्को एक्ट में 7 को फांसी और 137 उम्रकैद हुई है.

अपने अभिभाषण के जवाब में मुख्यमंत्री ने किसान, महिला, रोजगार, सड़क, शिक्षा सभी मुद्दों को छुआ :मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अपने अभिभाषण में किसानों, महिलाओं के साथ ही रोजगार, सड़क और शिक्षा समेत सभी मुद्दों को छुआ और अपनी सरकार के किए गए कामों और आगामी बजट में कार्य योजना की रूपरेखा तय की.

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