जयपुर.राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन का दौर चल रहा है. संभवतः भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों का नामांकन 13 मार्च को करवाएंगे. तीन सीटों में से बहुमत के आधार पर 2 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी का राज्यसभा में जाना लगभग तय है. लेकिन यह दो नेता कौन होंगे, इसके लिए कांग्रेस में पूरे जोर से मंथन भी चल रहा है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को इसे लेकर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली जाकर मुलाकात कर चुके हैं, तो वहीं उपमुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट भी दिल्ली में है. संभवत शनिवार शाम तक राहुल गांधी से इसी मुद्दे पर मुलाकात करेंगे. इन तीनों सीटों पर अब तक भाजपा का कब्जा था लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद अब बहुमत के बल पर 3 में से 2 सीटें कांग्रेस के हाथ में जाना तय है.
तीन सीटों में से एक सीट पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कुमारी शैलजा का नाम तेजी से उभर कर आया है तो वहीं अलवर के पूर्व सांसद भंवर जितेंद्र का नाम चल रहा है. वहीं बांसवाड़ा से आने वाले दिनेश खोडनिया का नाम भी चर्चाओं में है क्योंकि इन्होंने एक बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की, जिसमें पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय भी रहे और फिर दिल्ली एआईसीसी जाकर उन्होंने टिकट की मांग भी की.
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वहीं इसी क्षेत्र से आने वाले सीडब्ल्यूसी के मेंबर रघुवीर मीणा भी राज्यसभा सीट के लिए दावेदारी जता रहे हैं. इसके साथ ही पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी का भी नाम चल रहा है तो वहीं इस सीट से गौरव बल्लभ का भी आगे आए हैं. इसी तरह कहा जा रहा है कि एक सीट पर अल्पसंख्यक मुस्लिम या क्रिश्चियन या जैन को राज्यसभा में भेजा जा सकता है, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, राजस्थान के पूर्व मंत्री दुरु मियां और एआईसीसी सचिव जुबेर खान शामिल है.
हालांकि जुबेर खान की पत्नी साफिया जुबेर को राजस्थान में विधानसभा का टिकट दे दिया गया है और कहा जा रहा है कि अगले कैबिनेट विस्तार में उन्हें मंत्री पद भी दे दिया जाए. ऐसे में जुबेर खान को राज्यसभा से भेजने के आसार कम है तो वहीं दुरु मियां भी लगातार दो विधानसभा चुनाव हार चुके हैं .
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देखा जाए तो अश्क अली टाक भी इस सीट पर अल्पसंख्यक कोटे में दावेदार है तो वहीं अभी उनकी सक्रियता के चलते उनका नाम भी हट सकता है. क्योंकि इस बार राजस्थान में 10 मुस्लिम विधायक विधानसभा पहुंचे हैं. ऐसे में अल्पसंख्यक के तौर पर क्रिश्चियन या जैन अल्पसंख्यक को भी राज्यसभा में भेजा जा सकता है. राजस्थान कांग्रेस के उपाध्यक्ष मुमताज मसीह और दिनेश खोडनिया का नाम भी आगे किया जा रहा है. हालांकि कहा जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से 11 मार्च को प्रत्याशी घोषित कर दिए जाएंगे.
अप्रैल में राजस्थान से राज्यसभा की 3 सीटें खाली हो रही है, जो वर्तमान में भाजपा के विजय गोयल, नारायण लाल पंचारिया और रामनारायण डूडी के पास है.