जयपुर. पूरे देश में कांग्रेस पार्टी की ओर से तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक विरोध किया जा रहा है. एक ओर जहां कांग्रेस शासित राज्यों पंजाब और राजस्थान में इन तीनों केंद्रीय कानूनों के खिलाफ संशोधन बिल आ गए हैं, तो वहीं दूसरी और कांग्रेस लगातार इस मामले में सड़क पर विरोध प्रदर्शन भी कर रही है.
इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी की ओर से 2 अक्टूबर से एक हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत पूरे देश से 2 करोड़ किसानों के हस्ताक्षर इन बिलों के खिलाफ करवा कर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रमुख नेता राष्ट्रपति को सौंपेंगे. राजस्थान में भी हर विधानसभा से 5 हजार हस्ताक्षर करवाने का लक्ष्य दिया गया है, जिसके तहत प्रदेश से 10 लाख लोगों के हस्ताक्षर करवाकर एआईसीसी को भिजवाए जाएंगे. जहां से वह राष्ट्रपति के पास ज्ञापन के तौर पर पहुंचेंगे.
कांग्रेस पार्टी को मिला टारगेट से दोगुना हस्ताक्षर
राजस्थान में इन कृषि कानूनों के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान में कांग्रेस पार्टी को राजस्थान में अपने टारगेट से दोगुने हस्ताक्षर मिल चुके हैं, जिसे कांग्रेस नेता अपनी कामयाबी की दोहरी सफलता के तौर पर देख रहे हैं. एक ओर तो राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद गोविंद सिंह डोटासरा को कांग्रेस के किसी राष्ट्रीय अभियान में बड़ी सफलता मिलेगी तो दूसरी और पंचायत चुनाव में भी इस हस्ताक्षर अभियान का फायदा कांग्रेस पार्टी को मिलेगा.