जयपुर. वेतन कटौती के आदेश से पहले सरकार कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक शुक्रवार को बैठक करने वाली थी. ये बैठक स्थगित कर दी गई है. इस बैठक में कर्मचारी और अधिकारियों के वेतन कटौती लेकर सहमति बननी थी.
कोरोना संकट काल में आर्थिक संकट से जूझ रही गहलोत सरकार ने आर्थिक संकट दूर करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं. इसके लिए जहां विधायकों-मंत्रियों और नौकरशाहों के वेतन कटौती के आदेश दिए हैं, वहीं अब सरकार कर्मचारी-अधिकारियों के भी वेतन कटौती की तैयारी में है. हालांकि, कर्मचारी-अधिकारियों की वेतन कटौती से पहले सरकार कर्मचारी संगठनों की नाराजगी दूर करने में जुट गई है.
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सूत्रों की मानें तो प्रदेश के 8 लाख कर्मचारियों की वेतन कटौती के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंजूरी दे दी है लेकिन आदेश जारी करने से पहले मुख्यमंत्री ने वेतन कटौती से कर्मचारियों में नाराजगी ना बढ़े, इसके लिए पहले कर्मचारी नेताओं से चर्चा करना जरूरी समझा है. इसके लिए मुख्य सचिव को आदेश भी दिए गए हैं. सूत्रों की माने तो सरकार की मंशा है कि अधिकारी-कर्मचारियों को विश्वास में लेकर ही वेतन कटौती के आदेश जारी किए जाएं. हालांकि, वेतन कटौती के प्रस्ताव की चर्चा होने के बाद अलग-अलग कर्मचारी संगठनों ने सरकार के इस फैसले के खिलाफ नाराजगी जताना शुरू कर दी थी.
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