जयपुर. प्रदेश प्री मानसून की दस्तक हो चुकी है और 25 जून के बाद मानसून भी सक्रिय रूप से राजस्थान में प्रवेश कर जाएगा. इस दौरान किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए गहलोत सरकार पूरी तरह से तैयार है. आपदा में तत्काल राहत काम शुरू हो, इसको लेकर आपदा प्रबंधन विभाग ने संभागीय आयुक्त के खाते में 20 लाख और जिला कलेक्टर के खातों में 10 लाख रुपए आपदा राशि एडवांस में जमा करा दी है ताकि आपदा में आर्थिक कमी के चलते राहत काम में रुकावट पैदा नहीं हो. साथ ही आपदा राहत टीम, मेडिकल और सभी जिला प्रशासन के अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दे दिए गए हैं.
प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए गहलोत सरकार तैयार, संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर को एडवांस में दी आपदा राशि - कलेक्टर
प्रदेश में 25 जून के बाद से मानसून के सक्रिय होने की संभावना है. इस दौरान किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है. राहत कार्यों के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने संभागीय आयुक्त के खातों 20 लाख और जिला कलेक्टर के खाते में 10 लाख रुपए एडवांस में जमा करा दिए हैं.
आपदा प्रबंधन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा की संभावनाओं के मद्देनजर एहतियात के तौर पर एयरफोर्स, मेडिकल, आपदा प्रबंधन टीमों के साथ सभी जिला कलेक्टर्स को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए जा चुके है. किसी भी तरह की आपदा से निपटने और मदद के लिए सभी संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर के खातों में एडवांस राशि जमा करा दी गई है. ताकि इमरजेंसी में आर्थिक कारण से काम प्रभावित नहीं हो. मंत्री ने कहा कि स्थानीय पुलिस, आपदा रक्षक दल, होमगार्ड्स के साथ-साथ सेना, वायु सेना सहित अन्य विभागों को भी निर्देश दिए गए है.
प्राकृतिक आपदा के दौरान आर्थिक कारणों से आपदा राहत कार्यों में बाधा नहीं आए इसके लिए सरकार की तरफ से संभागीय आयुक्त और कलेक्टर को सहायता राशि उपलब्ध करा दी गई है. बहरहाल विभाग की तरफ से भले ही प्राकृतिक आपदा से निपटने के दावे किए जा रहे हो. लेकिन दावों की सच्चाई का पता प्रदेश में मानसून सक्रिय होने के बाद ही चलेगा.