जयपुर.गहलोत सरकार ने शुक्रवार को बड़ा निर्णय लिया है. इस निर्णय से घाटा सरकारी कर्मचारियों को होने वाला है. वो भी ऐसे कर्मचारी जो समय पर अपने दफ्तर नहीं पहुंचते हैं. जिनके कारण राज्य सरकार के कामों में गिरावट देखी जाती है.
सरकार ने शुक्रवार को दफ्तर के कर्मचारियों से संबंधित एक निर्णय लिया है. दफ्तरों में लेट आने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई. इसके लिए सरकार ने प्रशासनिक सुधार विभाग की तरफ से प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर को निरीक्षण टीम गठित करने के निर्देश दिए गए हैं. आप कहेंगे ये गठित टीमों का क्या रोल होगा. इस स्तर पर गठित टीमें समय-समय पर सरकारी कार्यालयों और विभागों का अचानक निरीक्षण करेगी. निरीक्षण के दौरान कार्यालयों की स्थिति रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. अपने काम के साथ लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर सरकार की तरफ से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इससे पहले भी था ऐसा नियम
हम आपको जानकारी के तौर पर बताते हैं कि यह पहली बार ऐसा निर्णय नहीं लिया गया है. इससे पहले भी ऐसा निर्णय लिया जा चुका है. असल में साल था 2015 तब राजस्थान में बीजेपी की सरकार थी. इस सरकार में मुख्यमंत्री का कार्यभार वसुंधरा राजे संभाल रहीं थी. तब भी इस तरह के आदेश निकाले गए थे. अब गहलोत सरकार ने इस नियम को आम जनता से जुड़े हुए कार्यों को प्राथमिकता देते हुए यह आदेश जारी किया है.