जयपुर. कोरोना की तीसरी की आशंका के बीच प्रदेश की गहलोत सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में जुटी हुई है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने आज स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कई प्रस्तावों को स्वीकृति दी है. इसमे आरयूएचएस अस्पताल में शिक्षकों के 44 अतिरिक्त पद सृजित करने, उदयपुर जिले में तीन उप स्वास्थ्य केन्द्र को क्रमोन्नत कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाए गए हैं.
राज्य सरकार ने राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) के चिकित्सा महाविद्यालय में प्रोफेसर से लेकर सीनियर रेजिडेंट तक विभिन्न सवंर्ग में 44 अतिरिक्त पद सृजित करने का निर्णय लिया है. इस महाविद्यालय में एमबीबीएस कोर्स की सीटों की संख्या 100 से बढ़कर 150 हो जाने के क्रम में शिक्षकों के पदों की संख्या बढ़ाना आवश्यक है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इससे संबंधित प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है.
प्रस्ताव के अनुसार आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) के निरीक्षण से पहले शिक्षकों के न्यूनतम आवश्यक पद सृजित किया जाने जरूरी हैं. इस क्रम में कॉलेज में प्रोफेसर (आचार्य) का एक पद, सह आचार्य के 10, सहायक आचार्य के 18, वरिष्ठ प्रदर्शक के 6 और सीनियर रेजिडेंट के 9 पदों सहित कुल 44 पद अतिरिक्त सृजित होंगे. साथ ही महाविद्यालय के एमरजेंसी मेडिसिन विभाग में सीनियर प्रदर्शक के 9 पदों में परिवर्तन करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृत किया गया है. गहलोत के इस निर्णय से आरयूएचएस अस्पताल में एमबीबीएस कोर्स की बढ़ी सीटों के अनुरूप एमसीआई के नियमों के अनुसार शिक्षकों के पदों की न्यूनतम संख्या की आवश्यकता पूरी हो सकेगी.
प्रदेशभर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृीकरण के क्रम में राज्य सरकार ने उदयपुर जिले के आदिवासी बहुल्य इलाकों में तीन उप स्वास्थ्य केन्द्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी) में क्रमोन्नत करने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है. प्रस्ताव के अनुसार उदयपुर की पंचायत समिति गिर्वा में उप स्वास्थ्य केन्द्र, पंचायत समिति लखांडिया में उप स्वास्थ्य केन्द्र, टेकण तथा उप स्वास्थ्य केन्द्र, बुडेल (झल्लारा) जिला उदयपुर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में क्रमोन्नत किया जाएगा.