जयपुर. राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस पार्टी में सचिन पायलट के पक्ष में विधायकों का बयान शुरू हो गया है. इस बार बोलने वाले विधायक अशोक गहलोत कैंप के बाबूलाल कठूमर हैं. वैसे तो बाबूलाल एक बार पहले भी पायलट के समर्थन में बयान (MLA Babulal Kathumar statement) दे चुके हैं. लेकिन इस बार उनके बयान की टाइमिंग ने राजस्थान की राजनीति में फिर उठापटक तेज कर दी है.
दरअसल कांग्रेस विधायक बाबूलाल कठूमर ने बोलना तो संयम लोढ़ा के गांधी और नेहरू परिवार की गुलामी वाले बयान से शुरू किया. लेकिन उनके बयान में उन्होंने सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों का जिक्र करते हुए यहां तक कह दिया कि सिंधिया और सचिन पायलट जैसे नेताओं की अगर कांग्रेस में उपेक्षा होती है तो इससे पार्टी को नुकसान होगा ही.
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उन्होंने कांग्रेस पार्टी में सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं की नजर अंदाजी पर कहा कि ऐसे नेताओं की उपेक्षा से कांग्रेस पर फर्क तो पड़ा है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार बनाने में सचिन पायलट का बहुत बड़ा हाथ था. ऐसे ही कमलनाथ की सरकार बनाने में ज्योतिराज सिंधिया का भी बड़ा हाथ था. इन लोगों की उपेक्षा से फर्क तो पड़ा ही है. कठूमर ने राजस्थान को लेकर कहा कि अब चुनाव में अब केवल डेढ़ साल ही बचा है. पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कुछ तो करना ही होगा.
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सीधे तौर पर बाबूलाल कठूमर ने भले ही केवल इतना कहा हो की पार्टी को डेढ़ साल में कुछ करना होगा. लेकिन उनके इस बयान ने राजस्थान में फिर से गहलोत और पायलट के बीच चल रही मुख्यमंत्री पद की रस्साकशी को जनता के बीच रख दिया है.
एक बार पहले भी कठूमर ने दिया था पायलट के पक्ष में बयानः भले ही बाबूलाल कठूमर अशोक गहलोत कैंप के माने जाते हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि बाबूलाल कठूमर ने पहली बार सचिन पायलट के पक्ष में बयान दिया है. इससे पहले भी राजनीतिक उठापटक के बाद जब सचिन पायलट की वापसी हुई थी. उसके बाद अपने क्षेत्र में काम नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए बाबूलाल कठूमर ने ना केवल मंत्री रघु शर्मा और बी डी कल्ला पर सवाल खड़े किए थे. बल्कि उस समय भी कहा था कि सचिन पायलट की वजह से ही वह विधायक बने हैं.