जयपुरःबीजेपी कोर कमेटी की बैठक शनिवार को भाजपा मुख्यालय में हुई. बैठक में प्रदेश के राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई. इस दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि प्रदेश का मुखिया संसद में पास हुए कानून के खिलाफ शहीद स्मारक पर जाकर उसे शाहीन बाग का दर्जा देते हैं. संसद में पास कानून की गरीमा बनाए रखने के लिए शहीद हुए रतनलाल को केंद्र ने शहीद का दर्जा दिया. लेकिन प्रदेश की सरकार का कोई नुमाइंदा वहां नहीं गया.
पूनिया ने आरोप लगाया कि प्रदेश की सरकार शहादत में भी भेद करती है. प्रदेश की सरकार की ओर से खाटू श्याम मंदिर में भंडारा लगाने पर 21 हजार रुपये लेने और भंडारे के बाद सफाई के लिए 11 हजार वसूलने पर सतीश पूनिया ने आपत्ति जताई है. साथ ह कहा कि पिछले कई दिनों से मैं देख रहा हूं कि सदन और सदन के बाहर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एंटी हिंदू और एंटी नेशनल इमेज तो परिलक्षित हो रही है.
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बड़ी जगह की आस में कर रहे ऐसा आचरण
पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी कुर्सी को लेकर खतरा नजर आ रहा है. इसलिए देश में दूसरी जगह देख रहे हैं. हो सकता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने आप को राहुल गांधी के विकल्प के रूप में प्रस्तुत करते हो. उनके इस तरह से आचरण करने से सोनिया गांधी खुश होती हो और हो सकता है बड़ी जगह की आस में वे इस तरह का आचरण कर रहे हो.