जयपुर. राजधानी के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में मंगलवार को बाघ शावक रुद्र की मौत के बाद बुधवार सुबह यानी आज बब्बर शेर सिद्धार्थ भी इस दुनिया को अलविदा कह गया. सिद्धार्थ की उम्र 8 वर्ष 4 माह बताई जा रही है. सिद्धार्थ को वर्ष 2012 में जूनागढ़ से लाया गया था. उसके बाद वर्ष 2016 में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क शुरू होने के साथ ही सिद्धार्थ पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ था.
बता दें कि शेर सिद्धार्थ का इलाज जारी था. वह पिछले कुछ दिनों से खाना नहीं खा रहा था. मंगलवार को भी सिद्धार्थ को ग्लूकोज ड्रिप चढ़ाई गई थी, लेकिन शेर का क्रिएटिनिन लेवल बहुत ज्यादा हो गया था. बता दें कि एक दिन पहले ही नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बाघ शावक रूद्र का पोस्टमार्टम हुआ था और बुधवार को फिर मेडिकल बोर्ड का गठन कर शेर सिद्धार्थ का पोस्टमार्टम करवाया गया.
शेर का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है, लेकिन संभवत: शेर सिद्धार्थ की मौत की वजह भी वही बताई जा रही है जिससे बाघ रुद्र की मौत हुई थी. मंगलवार को टाइगर रूद्र की मौत लेप्टोस्पायरोसिस से हुई थी. जिससे उसके लिवर और किडनी बुरी तरह खराब हो गए थे. अब सिद्धार्थ की मौत की वजह भी लेप्टोस्पायरोसिस को माना जा रहा है. बता दें कि जानवरों में यह बीमारी चूहे या नेवले के पेशाब के कारण होती है. इस बीमारी का खुलासा होने के बाद नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के अधिकारी भी अचंभित हैं.
बता दें कि पार्क में चूहों की मौजूदगी से अधिकारियों ने इनकार किया है, लेकिन खुले एंक्लोजरस में नेवले की मौजूदगी आवाजाही से इनकार नहीं किया जा सकता. पोस्टमार्टम में विसरा सैंपल लिए गए हैं. जिन्हें आईवीआरआई बरेली भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो पाएगा. एहतियात के लिए कोरोना और कैनाइन डिस्टेंपर वायरस की जांच के लिए भी सैंपल भेजा गया है. असली वजह आईवीआरआई की जांच रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगी.