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राजस्थान में चार करोड़ लाभार्थियों को लगनी है प्रिकॉशन डोज, स्टाफ और वैक्सीन सेंटर हुए आधे...चिकित्सा विभाग के सामने चुनौती - Rajasthan Hindi news

केंद्र सरकार के निर्देश के बाद 18 से 59 वर्ष तक की आयु के लाभार्थियों (Corona Booster dose in rajasthan) को कोरोना की प्रिकॉशन डोज निःशुल्क लगाई जाएगी. राजस्थान में प्रिकॉशन डोज लगाने का काम शुक्रवार से शुरू होगा. इसके साथ ही एक बार फिर वैक्सीनेशन इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना और वैक्सीनेशन सेंटर्स पर मेडिकल स्टाफ की तैनाती की चुनौती रहेगी.

Free precaution dose in Rajasthan
राजस्थान में चार करोड़ लाभार्थियों को लगनी है प्रिकॉशन डोज

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Published : Jul 14, 2022, 9:40 PM IST

जयपुर.केंद्र सरकार के निर्देश के बाद 18 से 59 वर्ष तक की आयु के लाभार्थियों को कोरोना की प्रिकॉशन डोज निशुल्क लगाई जाएगी. राजस्थान की बात करें तो लगभग चार करोड़ लाभार्थियों को प्रिकॉशन डोज लगनी है, जिसकी तैयारी चिकित्सा विभाग ने शुरू कर दी है. शुक्रवार से प्रदेश भर में प्रिकॉशन डोज लगाने का काम शुरू होगा. लेकिन एक बार फिर से वैक्सीनेशन से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना और वैक्सीनेशन सेंटर्स पर मेडिकल स्टाफ तैनात करना चिकित्सा विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती रहेगी.

मौजूदा समय में प्रदेश में वैक्सीनेशन से जुड़ा काम काफी धीमा पड़ चुका है. अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वैक्सीनेशन का काम धीमा पड़ने के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से वैक्सीनेशन सेंटर्स की संख्या आधी कर दी गई है. इन पर लगे स्टाफ को मूल पद पर भेज दिया गया है. प्रदेश में जब वैक्सीनेशन से जुड़ा काम शुरू हुआ था तब लगभग 4 हजार सेंटर तैयार किए गए थे. जहां लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जा रही थी. इन सेंटर पर लगभग 15 हजार से अधिक मेडिकल स्टाफ लगाया गया था.

राजस्थान में चार करोड़ लाभार्थियों को लगेगा प्रिकॉशन डोज

लेकिन हाल ही में जैसे-जैसे वैक्सीनेशन का काम धीमा पड़ने लगा, वैसे वैसे वैक्सीनेशन सेंटर्स (Free covid precaution dose in Rajasthan) की संख्या आधी कर दी गई. मौजूदा समय में सिर्फ 2 हजार सेंटर पर ही वैक्सीन लगाई जा रही है और आधे से अधिक स्टाफ को रिलीव कर दिया गया है. ऐसे में अगले 75 दिनों में प्रदेश की 4 करोड़ जनसंख्या को वैक्सीन लगाना एक चुनौती भरा काम होगा.

चिकित्सा विभाग ने जारी किए थे आदेशःहाल ही में प्रदेश के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने निर्देश जारी करते हुए चिकित्सकों और अन्य मेडिकल स्टाफ को उनके मूल पद पर जाने के निर्देश दिए थे. ऐसे में वैक्सीनेशन से जुड़े कार्य में लगे सभी चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ को रिलीव कर दिया गया था. इसके बाद आधे से अधिक वैक्सीनेशन सेंटर बंद करने पड़े थे. हालांकि मामले को लेकर परसादी लाल मीणा का कहना है कि हमारे पास सेंटर्स और स्टाफ की कमी नहीं है.

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उन्होंने दावा करते हुए कहा कि निश्चित अवधि में सभी लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जाएगी. आंकड़ों की बात करें तो मौजूदा समय में लगभग 54,109 लोगों ने पैसा देकर वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज लगवाई है. जबकि अभी भी प्रदेश में दूसरी डोज से जुड़ा वैक्सीनेशन का काम सिर्फ 90 फ़ीसदी पूरा हुआ है. वैक्सीनेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रघुराज सिंह का कहना है कि 15 जुलाई से प्रदेश भर में प्रिकॉशन डोज लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा. एक बार फिर से सभी 4000 सेंटर पर वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके अलावा मौजूदा समय में करीब 36 लाख डोज प्रदेश के कोल्ड स्टोरेज में पड़ी है.

पैसे के फेर में जनता ने नहीं स्वीकारा था बूस्टर डोजः केंद्र सरकार ने 10 अप्रैल से बूस्टर डोज लगाने की शुरुआत की. जिसमे 60 वर्ष से अधिक और स्वस्थ्य वर्कर्स के लिए निःशुल्क की गई थी. शेष लोगों के लिए बूस्टर डोज के 386 रुपए शुल्क लेना शुरू कर दिया. राजस्थान में 18 से 59 वर्ष आयुवर्ग के करीब 4 करोड़ प्रिकॉशन डोज का टारगेट तय किया गया था. जिसमें अब तक 54,109 लोगो ने पैसे देकर वैक्सीन लगवाई है. अब केंद्र सरकार ने 75 दिन तक निःशुल्क बूस्टर डोज लगाने की घोषणा की है. जिसमें सभी लाभार्थी बूस्टर डोज ले सकते हैं.

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