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Special: कोरोना महामारी के दौरान Free Ambulance द्वारा एक लाख मरीजों को किया गया अस्पताल में भर्ती

कोरोना महामारी के दौरान चलाई जा रही फ्री एंबुलेंस सेवा 108 और 104 चलाई जा रही है. लॉकडाउन के दौरान इसी फ्री एम्बुलेंस सर्विस द्वारा एक लाख से अधिक कोरोना संक्रमितों को अस्पताल पहुंचाया और जो मृत हुए, उन्हें श्मशान घाट और कब्रिस्तान भी ले जाया गया. ताकि इनका अंतिम संस्कार किया जा सके.

जयपुर समाचार, jaipur news
लॉकडाउन के दौरान फ्री एंबुलेंस सेवा साबित हुई कारगर

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Published : Sep 22, 2020, 10:59 PM IST

जयपुर.राजस्थान सरकार की ओर से गरीब तबके से जुड़े मरीजों के लिए 108 और 104 एंबुलेंस चलाई जा रही है. इस कोरोना महामारी के दौरान सरकार की फ्री एंबुलेंस सेवा द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को बड़ी संख्या में अस्पताल में भर्ती किया गया. वहीं, लॉकडाउन के दौरान इसी फ्री एम्बुलेंस सर्विस द्वारा कोरोना से मृत व्यक्तियों को श्मशान घाट और कब्रिस्तान भी ले जाया गया. ताकि इनका अंतिम संस्कार किया जा सके. जीवीके इएमआरआई द्वारा 108, 104 और बेस एंबुलेंस सर्विस प्रदेश में उपलब्ध कराई जा रही है.

लॉकडाउन के दौरान फ्री एंबुलेंस सेवा साबित हुई कारगर

जीवीके इएमआरआई के स्टेट हेड प्रवीण सावंत ने बताया कि इस कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया. इस बीच इस निःशुल्क एंबुलेंस सर्विस द्वारा लोगों को अस्पताल भी पहुंचाया गया और कोरोना का अन्य बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को श्मशान और कब्रिस्तान तक भी ले जाया गया. ताकि सम्मानजनक तरीके से उनका अंतिम संस्कार किया जा सके.

फ्री एंबुलेंस सेवा 108 और 104

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हाल ही में इसे लेकर एक डाटा भी जारी किया है, जहां सस्पेक्टेड कोरोना मरीजों को इन निःशुल्क एंबुलेंस सर्विस द्वारा अस्पतालों में या फिर क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर भेजा गया. प्रवीण सावंत ने बताया कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों से करीब 1 लाख 125 मरीजों को इस दौरान अस्पताल पहुंचाया गया.

लाखों लोगों को पहुंचाई मदद

आइए डालते हैं इन आंकड़ों पर एक नजर...

जिला एंबुलेंस की संख्या कोविड संदिग्ध किए शिफ्ट अन्य
अजमेर 49 5813 21096
अलवर 69 3567 29227
बांसवाड़ा 39 1027 23492
बारां 34 1992 17391
बाड़मेर 48 2641 18390
भरतपुर 47 6681 19464
भीलवाड़ा 46 359 22281
बीकानेर 41 3960 17795
बूंदी 25 697 13570
चितौड़गढ़ 39 1739 16162
चूरू 38 3218 17448
दौसा 26 3901 12493
धौलपुर 25 2125 11874
डूंगरपुर 33 3030 14485
गंगानगर 38 909 20686
हनुमानगढ़ 35 1413 18502
जयपुर 143 3117 17475
जैसलमेर 28 2137 12581
जालोर 38 3557 10742
झालावाड़ 45 1603 22836
झुंझुनू 38 9110 11012
जोधपुर 66 3728 27349
करौली 29 1800 12002
कोटा 32 1155 14998
नागौर 56 10500 18017
पाली 41 2852 14924
प्रतापगढ़ 26 908 12059
राजसमंद 33 4077 14911
सवाई माधोपुर 31 1229 13850
सीकर 40 2562 14514
सिरोही 32 2184 14286
टोंक 42 396 16320
उदयपुर 75 4056 28489
कुल 1362 100125 583779

निःशुल्क एंबुलेंस की संख्या

राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में 108, 104 और बेस एंबुलेंस का संचालन किया जा रहा है, जो गरीब तबके से जुड़े मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने का काम कर रही है. इनकी संख्या की बात की जाए तो प्रदेश में करीब 701 (108 एंबुलेंस) 57 (104 एंबुलेंस) और 74 बेस एंबुलेंस का संचालन किया जा रहा है.

सरकार अपने स्तर पर कर रही अंतिम संस्कार

राजधानी की बात की जाए तो सरकार ने आरयूएचएस और जयपुरिया अस्पताल को सरकारी डेडिकेट कोविड-19 सेंटर बनाया है, जहां गरीब तबके से जुड़े अपना इलाज करवा रहे हैं. यदि इलाज के दौरान इन सरकारी अस्पतालों में मरीज दम तोड़ता है तो सरकार की ओर से फ्री एंबुलेंस की सुविधा मरीजों के परिजनों को उपलब्ध कराई जाती है और सरकार अपने स्तर पर ही इस तरह के मरीजों का अंतिम संस्कार भी करवा रही है. हालांकि, कुछ समय पहले सरकार ने रियायत देते हुए करीब 20 परिजनों को अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति भी प्रदान की है.

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प्राइवेट एंबुलेंस का चार्ज फिक्स

वहीं, प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा रहे मरीज की यदि कोरोना से मौत होती है तो इस स्थिति में सरकार ने प्राइवेट एंबुलेंस के लिए करीब 2500 रुपए की राशि तय कर दी है. यह प्राइवेट एंबुलेंस मृतक की बॉडी को श्मशान और कब्रिस्तान तक छोड़ने का काम कर रही है.

टोल फ्री नंबर

फ्री एंबुलेंस सेवा को लेकर राज्य सरकार की ओर से टोल फ्री नंबर भी जारी किए गए हैं और किसी भी आपातकालीन परिस्थिति में 108 और 104 डायल करके इन एंबुलेंस की सर्विस ली जा सकती है. इसे लेकर एक कॉल सेंटर भी तैयार किया गया है, जो 24 घंटे कार्यरत रहता है.

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