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जयपुर: सेना में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 1.50 लाख रुपए की ठगी - नौकरी लगाने के नाम पर 3 लाख रुपए की डिमांड

जयपुर में गुरुवार को सेना में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 1.50 रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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राजस्थान में ठगी का मामला

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Published : Jun 3, 2021, 8:36 PM IST

जयपुर.राजधानी के विद्याधर नगर थाना इलाके में एक युवक को सेना में नौकरी लगाने का झांसा देकर ठग दंपती की ओर से 1.50 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है. ठगी के संबंध में अशोक कुमार वर्मा की ओर से शिकायत दर्ज करवाई गई है.

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शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि अशोक कुमार के एक परिचित सुशील कुमार और उसकी पत्नी आरती कुमावत ने सेना में नौकरी लगाने का झांसा दिया. पीड़ित को आरती कुमावत के पिता के सेना में बड़े अफसर होने का हवाला देकर नौकरी लगाने के नाम पर 3 लाख रुपए की डिमांड की गई, जिस पर 1.50 लाख रुपए एडवांस और वहीं शेष राशि अपॉइंटमेंट लेटर और नियुक्ति होने पर देने के लिए कहा.

पीड़ित की दंपती से 25 वर्ष पुरानी जान-पहचान थी और उसी विश्वास के चलते पीड़ित ठग दंपती के झांसे में आ गया. ठग दंपती ने पीड़ित को 6 महीने के अंदर सेना में नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया और साथ ही शेष 1.50 लाख रुपए की राशि का भुगतान 6 महीने बाद करने के लिए कहते हुए 75-75 हजार रुपए के दो चेक साइन करवा कर ले लिए.

कॉलोनी काटने का झांसा देकर पीड़ित के परिचितों से ठगी

इस दौरान ठग दंपती ने पीड़ित को अपने जाल में फंसा कर कालवाड़ और जोबनेर में कॉलोनी काटने की बात बताई और पीड़िता व उसके जानकार लोगों को प्लॉट खरीदने की अपील की. जिस पर पीड़ित के कहने पर उसके अनेक जानकारों ने ठग दंपती से करीब 50 लाख रुपए की कीमत के प्लॉट नरसिंह वाटिका और बालाजी विहार कॉलोनी में खरीद लिए.

6 महीने बीत जाने के बाद भी जब पीड़ित की सेना में नौकरी नहीं लगी तो उसने ठग दंपती से नौकरी के बारे में पूछा, तब ठग दंपती ने किसी कारणवश नौकरी नहीं लगने की बात कहते हुए पीड़ित को 1.50 लाख रुपए की एवज में 100 वर्ग गज का एक प्लॉट देने की पेशकश की. जिस पर पीड़ित प्लॉट लेने के लिए राजी हो गया और ठग दंपती ने पीड़ित को एक प्लॉट के कागजात थमा दिए.

जब पीड़ित और उसके परिचितों की ओर से ठग दंपती से खरीदे गए प्लॉट के कागजातों की जांच की गई तो वह सभी फर्जी पाए गए. इसके बाद जब पीड़ित ने ठग दंपती से संपर्क किया तो उन्होंने खुद को मानवाधिकार आयोग में कार्यरत होना बताते हुए जो भी कानूनी कार्रवाई करनी हो करने की धमकी दे डाली. जिस पर पीड़ित ने कोर्ट के इस्तगासा के जरिए ठग दंपती के खिलाफ नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने का प्रकरण दर्ज करवाया है. इसके साथ ही पीड़ित के परिचितों की ओर से भी ठग दंपती के खिलाफ प्लॉट बेचने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने का प्रकरण दर्ज करवाया गया है.

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