जयपुर.राजधानी के कालवाड़ थाना इलाके में एक शातिर बदमाश ने विभिन्न राजनेताओं के साथ अपनी फोटो दिखाकर एक बेरोजगार युवक को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर 4 लाख रुपए ठग लिए. ठगी का शिकार होने के बाद जब पीड़ित ने पुलिस थाने पहुंच शिकायत दर्ज करानी चाहिए तो आरोपी की राजनीतिक पहुंच देखकर पुलिस ने भी मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया.
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इसके बाद पीड़ित ने पुलिस के आला अधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन हर जगह उसकी बात को अनसुना कर दिया गया. जिसके बाद पीड़ित ने इंसाफ के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट की दखलअंदाजी के बाद कालवाड़ थाने में पीड़ित की एफआईआर दर्ज की गई.
कालवाड़ निवासी गजानंद शर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है कि वह एग्रीकल्चर सुपरवाइजर की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है. हाल ही में बाबूलाल ढाका नाम के एक व्यक्ति ने उसे फोन पर संपर्क कर प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग करवा कर गारंटी से सरकारी नौकरी लगाने की बात कही. जिस पर पीड़ित अपने पिता के साथ बाबूलाल ढाका से मिलने उसके घर पर गया, जहां दीवार पर बाबूलाल ढाका की अनेक राजनेताओं के साथ फोटो लगी हुई देखी.
जब पीड़ित ने कोचिंग के बारे में बाबूलाल ढाका से बात की तो ढाका ने अपनी राजनीतिक पहुंच बता कर विभाग में सीधे ही सेटिंग कर सरकारी नौकरी लगाने की बात कही. साथ ही नौकरी लगाने की एवज में 4 लाख रुपए की मांग की. ढाका की बातों में आकर पीड़ित और उसके पिता ने ब्याज पर 4 लाख रुपए उधार लेकर ढाका को दे दिए.
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इसके बाद पीड़ित ने एग्रीकल्चर सुपरवाइजर की प्रतियोगी परीक्षा दी, लेकिन उसमें वह पास नहीं हो सका. परीक्षा का परिणाम आने के बाद जब पीड़ित ने ढाका से संपर्क किया तो उसने दूसरी लिस्ट में पीड़ित का नाम आने की बात कही. इसके बाद कई महीने निकल गए लेकिन पीड़ित का सलेक्शन नहीं हुआ और इस पर जब पीड़ित और उसके पिता ने ढाका से 4 लाख रुपए वापस देने को कहा तो कुछ दिनों में रुपए लौटाने की बात कहकर ढाका आनाकानी करने लगा.
ढाका के गांव पहुंचा तो खुली पोल
पीड़ित ने जब लगातार ढाका पर राशि वापस लौटाने का दबाव बनाया तो ढाका ने पीड़ित का फोन उठाना ही बंद कर दिया. इस पर जब पीड़ित अपने पिता के साथ ढाका के गांव पहुंचा तो ग्रामीणों ने बताया कि वह इसी प्रकार से अनेक लोगों से सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए की राशि हड़प चुका है. इसके साथ ही उसके खिलाफ विभिन्न थानों में ठगी के प्रकरण भी दर्ज हैं.
इस प्रकार से ठगी का पता चलने के बाद जब पीड़ित कालवाड़ थाने अपनी शिकायत दर्ज कराने पहुंचा तो पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया. वहीं, जब ढाका को इस बात का पता चला तो वह अपने कुछ साथियों के साथ पीड़ित के घर पहुंचा और पुलिस में शिकायत करने पर उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी.
इसके बाद जब पीड़ित अपनी शिकायत लेकर पुलिस के आला अधिकारियों के पास गया तो वहां भी उसकी बात को अनसुना कर दिया गया. इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट के इस्तगासा के जरिए कालवाड़ थाने में ढाका के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406, 452, 504, 506 और 120 बी के तहत मामला दर्ज करवाया. फिलहाल, कोर्ट की दखलंदाजी के बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.