जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के ढाई लाख विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है. जिसमें विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को प्रमोट करने के लिए फार्मूला तय कर लिया गया है. इस फार्मूले के तहत ना तो किसी विद्यार्थी को फेल किया जाएगा और ना ही उसकी बैक आएगी. इसके साथ ही फार्मूले के तहत प्रमोट करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र या मार्कशीट दी जाएगी.
राजस्थान विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक वीके गुप्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष व पीजी प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए एकेडमिक काउंसिल ने फार्मूला तय कर दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रथम वर्ष और पीजी प्रीवियस के विद्यार्थियों को प्रमोट प्रमाण पत्र दिया जाएगा. इसके बाद उन्हें उनके द्वितीय वर्ष और फाइनल ईयर के अंकों के आधार पर अंक दिए जाएंगे, लेकिन किसी विद्यार्थी को फेल नहीं किया जाएगा और ना ही उसकी बैक आएगी.
वीके गुप्ता ने बताया कि यदि द्वितीय वर्ष और फाइनल ईयर के अंकों के औसत के आधार पर विद्यार्थी के 36 फीसदी से कम अंक आते हैं तो भी उसे 36 फीसदी अंक दिए जाएंगे. इस आधार पर विद्यार्थी ना तो फेल होगा और ना ही उसकी बैक आएगी. वीके गुप्ता ने बताया कि जिन द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा हो चुकी है, उनको उनके परीक्षा के परिणाम स्वरूप वास्तविक अंक ही दिए जाएंगे और जिनकी पेपर नहीं हुए हैं, उन्हें प्रथम वर्ष के आधार पर अंक दिए जाएंगे. यदि उसके औसत के आधार पर 36 फीसदी से कम अंक आते हैं तो उसे 36 फीसदी ही अंक दिए जाएंगे.