जयपुर.पक्षियों को बचाने के लिए और बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ बैठक ली. बर्ड फ्लू के चलते संशय बना हुआ है कि घायल पक्षियों को कैसे रेस्क्यू किया जाए. घायल पक्षी को कैसे पहचान सकते हैं कि बर्ड फ्लू है या पतंग की डोर से घायल हुआ है. इन सभी बातों को लेकर मीटिंग में चर्चा हुई है.
बैठक में गाइडलाइन के तहत बेजुबान पक्षियों को बचाने की रणनीति पर चर्चा की गई. इसके साथ ही लोगों से भी अपील की गई है कि कम से कम पतंगबाजी करें और बेजुबान पक्षियों की सुरक्षा करें. डीएफओ उपकार बोराना ने एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ बैठक में पक्षियों की सुरक्षा के संबंध में कई गंभीर विषयों पर चर्चा की.
वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट जॉय गार्डनर ने बताया कि बैठक में बर्ड फ्लू और मकर सक्रांति पर घायल होने वाले पक्षियों को लेकर चर्चा की गई है. मकर सक्रांति पर पतंग डोर से घायल होने वाले पक्षियों के रेस्क्यू को लेकर भी चर्चा हुई है.