जयपुर.राजधानी जयपुर में चिरंजीवी योजना से जुड़ा सनसनीखेज मामला (Wrong operation in Jaipur) सामने आया है. करणी विहार थाना इलाके के एक निजी अस्पताल के प्रबंधक के खिलाफ मरीज को गुमराह कर गलत ऑपरेशन करने का मामला दर्ज किया गया है. बात सिर्फ गलत ऑपरेशन की नहीं है, बल्कि आरोप है कि चिरंजीवी योजना का गलत फायदा उठाने के लिए निजी अस्पताल ने जबरन 3 मरीजों के ऑपरेशन कर दिए.
मामला जयपुर के करणी विहार थाने में दर्ज हुआ है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सीकर जिले के मसूदा इलाके के निवासी जसवंत सिंह, परमेश्वरी देवी और भंवरी देवी ने रजत हॉस्पिटल के प्रबंधक के खिलाफ यह मामला दर्ज कराया है. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत (Operation under Chiranjeevi scheme) ज्यादा भुगतान पाने की मंशा रखते हुए निजी अस्पताल ने बुजुर्ग महिला भंवरी देवी का गलत ऑपरेशन कर दिया.
इन मरीजों का जबरन ऑपरेशन, सीएमएचओ ने कहा- सख्त कार्रवाई करेंगे पढ़ें- Chiranjeevi Yojana : मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में कई खामियां, राजस्थान में लोग परेशान तो UP में कैसे मिलेगा लाभ
सांस की रोगी का घुटनों का ऑपरेशन
पुलिस में दी गई शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि सीकर के मसूदा इलाके के उनके गांव में स्वास्थ्य कैंप लगा था. भंवरी देवी सांस की बीमारी से पीड़ित थीं. कैंप के तहत उन्हें जयपुर के रजत अस्पताल लाया गया और श्वसन संबंधी इलाज करने के बजाए घुटनों का ऑपरेशन कर दिया. इसी तरह पीड़ित जसवंत सिंह के पैरों में दर्द था लेकिन उसे जयपुर लाकर उसकी कमर का ऑपरेशन कर दिया गया.
बिना बीमारी परमेश्वरी का कर दिया ऑपरेशन
जसवंत के साथ आई उसकी पत्नी परमेश्वरी देवी को तो कोई भी बीमारी नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद उसके घुटनों का ऑपरेशन मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत कर दिया गया. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. चिरंजीवी योजना का गलत फायदा उठाने (Forced Operation for illegitimate benefit of Chiranjeevi Yojna) के लिए किसी अस्पताल की ओर से किया गया इस तरह का यह पहला मामला है. इस मामले में करणी विहार थाने के एसएचओ जयसिंह बसेरा का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज की गई है. मामले की तथ्यों के आधार पर जांच की जाएगी.
जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन, सख्त कार्रवाई की तैयारी
मामले को लेकर जयपुर सीएमएचओ प्रथम डॉक्टर नरोत्तम शर्मा का कहना है कि इस तरह की शिकायत मिली है. इसके बाद 2 डॉक्टर और चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े कोऑर्डिनेटर को अस्पताल भेजा है. इलाज से जुड़े सभी दस्तावेज जप्त कर लिए गए हैं. इसके अलावा पीड़ित पक्ष के बयान भी दर्ज किए गए हैं.
इसके अलावा जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के तीन चिकित्सकों की एक कमेटी गठित की गई है जिसमें न्यूरो, ऑर्थोपेडिक और एनेस्थीसिया के चिकित्सकों को शामिल किया गया है जो पीड़ित का मेडिकल मुआयना करके एक जांच रिपोर्ट तैयार करेगी. डॉ. नरोत्तम शर्मा ने कहा कि जैसे ही जांच रिपोर्ट तैयार होकर उनके पास आती है उसके बाद अस्पताल पर कार्रवाई की जाएगी. मामले की जानकारी स्टेट हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी को भी दे दी गई है. इसके बाद मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के स्टेट कोऑर्डिनेटर ने भी मामले की पूरी जानकारी ली है.