जयपुर.जयपुर कमिश्रनरेट की स्पेशल टीम ने ऑपरेशन क्लीन स्वीप अभियान के तहत शुक्रवार को ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई में ड्रग्स कैरियर और रिसीवर सहित पांच अन्तर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार कर अन्य तस्कर को दस्तयाब किया गया है. वहीं पुलिस ने इन लोगों से 21 किलो गांजा, दो कार और एक बाइक जब्त की है.
जयपुर पुलिस कमिश्नर आंनद श्रीवास्तव ने बताया कि जयपुर कमिश्रनरेट की सीएसटी टीम ने बस्सी, मानसरोवर, बगरू थाना पुलिस के साथ मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए टोयोटा कार में भरतपुर से तस्करी कर लाए जा रहे 14 किलो गांजा सहित दो अन्तर्राज्यीय तस्कर को गिरफ्तार किया है.
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वहीं मानसरोवर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छह किलो गांजा के साथ एक तस्कर और बगरू पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बाइक सहित एक किलो 200 ग्राम गांजा के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया है. इधर, बस्सी थाना पुलिस ने शुक्रवार सुबह टोल नाके के पास दो तस्करों को 14 किलो गांजे को टैक्सी कार में तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही पुलिस की ओर से उत्तरप्रदेश से माल मंगवाने वाले विनोद सैनी उर्फ फुलिया को दस्तयाब किया गया है.
इस दौरान आरोपित सुरज सिंह और जितेन्द्र सैनी से पूछताछ से सामने आया कि वह ड्रग्स का कैरियर है और यह ड्रग्स (गांजा) विनोद सैनी उर्फ फुलिया निवासी मोजमाबाद के लिए लाया गया है. वहीं, आरोपी तस्कर सुरज सिंह से पूछताछ में सामने आया कि वह स्वयं की टैक्सी गाडी चलाता है और पूर्व में भी विनोद के साथ मादक पदार्थ अपनी गाड़ी में भतरपुर से लेकर आया है. साथ ही उसने बताया कि वो प्रति चक्कर पांच हजार रुपए किराए के लेता था, इसके अतिरिक्त खर्चा अलग से मिलता है.
आरोपी तस्कर सूरज ने बताया कि गांजे को विनोद सैनी जयपुर शहर और आस पास के ग्रामीण इलाकों में सप्लाई करने वाला था. आरोपी जितेन्द्र सैनी से पूछताछ में पता चला कि मुख्य तस्कर विनोद सैनी के साथ वह पहले भी भरतपुर से कई बार गांजा की तस्करी जयपुर में कर चुका है, जो विनोद सैनी का विश्वासपात्र और रिश्तेदार होने के कारण गांजा खरीद की राशि टैक्सी ड्राईवर को न देकर उसे ही देता था. वहीं, प्रति चक्कर दो हजार रुपए देता था.