जयपुर.शून्यकाल में तो कोटा गोलीकांड मामले में जमकर हंगामा हुआ और दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित हुई, लेकिन बाद में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को स्पीकर सीपी जोशी ने आश्वासन दिया कि सदन आपकी भावनाओं को समझ चुकी है. वहीं, कटारिया ने इस मसले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा जवाब दिए जाने की मांग की. जिस पर स्पीकर ने सकारात्मक आश्वासन है, लेकिन सदन के बाहर आकर स्थगन प्रश्न लगाने वाले विधायक वासुदेव देवनानी ने इस गोलीकांड में सीधे तौर पर कोटा से आने वाले यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का नाम जोड़ दिया और वह पोस्टर भी बाहर मीडिया कर्मियों को दिखाया. जिसे सदन के भीतर भाजपा विधायकों ने दिखाया था.
पोस्टर में संबंधित आरोपी और मंत्री शांति धारीवाल को एक साथ दिखाया गया. देवनानी ने यह भी कहा कि घटना के 5 दिन पहले आरोपी मंत्री शांति धारीवाल के साथ घूम रहा था और आरोपी की कार में कांग्रेस का लोगो हाथ का पंजा भी चस्पा है व फेसबुक पर भी यही लोगो लगा रखा है. मतलब आरोपी का मंत्री शांति धारीवाल और कांग्रेस से संपर्क और संबंध हैं. देवनानी कांग्रेस और सरकार के संरक्षण में आरोपियों के होने का आरोप लगाया और यह भी मांग की कि आरोपी और संरक्षण देने वालों पर सख्त कार्रवाई हो. भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने भी शांति धारीवाल के तार आरोपी से जुड़े होने की बात कही और यह भी कहा कि प्रदेश सरकार अब आरोपियों को भी संरक्षण दे रही है. इसकी जांच भी होना चाहिए और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सदन में इस बारे में जवाब भी देना चाहिए.