जयपुर. नियमितीकरण की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे पैराटीचर्स की शुक्रवार को सरकार के प्रतिनिधियों के साथ पांचवें दौर की वार्ता हुई. वार्ता सकारात्मक रही और पैराटीचर्स की ओर से वार्ता में अपना पक्ष रखा गया. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द सरकार की ओर से अगले दौर की वार्ता के लिए जल्द बुलाया जाएगा.
मदरसा पैराटीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स और शिक्षा कर्मियों की संयुक्त मोर्चा की ओर से 15 अक्टूबर से सरकार के खिलाफ पैराटीचर्स को नियमित करने की मांग को लेकर आंदलोन किया जा रहा है. संघर्ष समिति के संयोजक शमशेर भालू खान 30 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. पहले भी सरकार से चार दौर की वार्ता हो चुकी है, जो की विफल रही थी. ऐसे में शुक्रवार को सीएमओ में पांचवें दौर की वार्ता हुई.
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सरकार की ओर से ज्वाइंट सेक्रेट्री शाहीन अली (Joint Secretary Shaheen Ali) के सामने पैराटीचर्स प्रतिनिधि मंडल (parateachers delegation) ने अपना पक्ष रखा है. पैराटीचर्स की मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे शमशेर भालू खान ने बाताया कि प्रतिनिधिमंडल की और से सरकार के सामने पूरा पक्ष रखा गया. वार्ता सकारात्मक रही है. उम्मीद है की जल्द ही अगले दौर की वार्ता के लिए बुलाया जाएगा.
साथ ही नियमितीकरण की मांग को लेकर पैराटीचर्स संघर्ष समिति की ओर से 21 नवंबर को एक विशाल रैली निकालने का निर्णय लिया गया है. रैली में प्रदेश के पैराटीचर्स शामिल होंगे और शहीद स्मारक से चार दरवाजे तक रैली निकाली जाएगी. नियमितीकरण की मांग को लेकर पैराटीचर्स अब सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. वहीं पैराटीसर्च ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक नियमितीकरण नहीं होगा तब तक शहीद स्मारक पर आंदोलन करते रहेंगे.