जयपुर. बाड़मेर के किसान के नाम पर 18 करोड़ रुपए के फर्जी बिल काटने का मामला सामने आया है. स्टेट जीएसटी की टीम ने बाड़मेर के गुडामालानी में एक किसान के नाम पर काटे गए 18 करोड़ रुपए के फर्जी बिल पकड़े हैं. व्यापारी ने किसान के नाम पर फर्जी बिल काट कर फर्जीवाड़ा किया है. स्टेट जीएसटी की टीम ने करोड़ों के फर्जीवाड़े को उजागर किया है.
एसजीएसटी के मुख्य आयुक्त अभिषेक भगोतिया के निर्देशन में टीम ने बाड़मेर पहुंचकर कार्रवाई की है. स्टेट जीएसटी की टीम जब किसान के गांव बाड़मेर के गुडामालानी स्थित कंडी की ढाणी पहुंची तो किसान खेत में काम करता हुआ मिला, जब किसान से जानकारी जुटाई गई तो फर्म होने से इंकार कर दिया. किसान ने जीएसटी टीम को बताया कि इस नाम से कोई फर्म नहीं बनाई है, जिसके बाद पूरे फर्जीवाड़े का मामला उजागर हो गया. व्यापारी के नाम से क्रेडिट लेजर में 7.45 करोड़ की आईटीसी घोषित की गई है, जिसे एसजीएसटी ने ब्लॉक कर दिया है.
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इस मामले में बाड़मेर के एक व्यवसाई ने जीएसटी पंजीयन प्राप्त कर तेलंगाना से ग्रेनाइट खरीदा और इसी माल को तेलंगाना की फर्म को बेचान करना दर्शाया गया, जिसमें 18 करोड़ रुपए के फर्जी बिल काटे गए. फर्जी बिल काटने के बाद तेलंगाना की फर्म ने अपना पंजीयन निरस्त करा लिया. एसजीएसटी के मुताबिक एसजीएसटी की टीम व्यापारी की ओर से घोषित किए गए व्यवसाय स्थल पर पहुंची तो वहां पर खेत में एक कमरा बना हुआ पाया गया. खेत में काम कर रहे किसान से पूछताछ की गई तो, किसान ने कहा कि ऐसी कोई फर्म नहीं है, जिसके बाद पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया और एसजीएसटी की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया. स्टेट जीएसटी ने आईटीसी को ब्लॉक कर दिया है. फिलहाल एसजीएसटी की ओर से जांच पड़ताल की जा रही है.