जयपुर.पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना संक्रमण के बीच देश की डगमगाई अर्थव्यवस्था को बल देने के लिए विशेषआर्थिक पैकेज का एलान किया है. पीएम के इस एलान के बाद बुधवार को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज से किन-किन सेक्टरों को राहत दी जाएगी, इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी. वित्तमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आमजन से लेकर कारोबारियों तक को राहत देने का प्रयास किया.
इस कदम से आमजन को राहत देने की कोशिशवित्तमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आमजन को राहत देते हुए 15 हजार से कम वेतन पान वाले कर्मचारियों के ईपीएफ हिस्सेदारी को सरकार के द्वारा जमा करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि सरकार 15 हजार से कम वेतन पाने वाले कर्मचारियों और एम्पलॉयर दोनों के हिस्से का 12-12 फीसदी रकम PF खाते में अगस्त महीने तक जमा कराएगी.
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साथ ही ऐसे कर्मचारी जिनकी तनख्वाह 15 हजार रुपये से ज्यादा है, उन्हें भी राहत दी है. वित्तमंत्री ने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि योगदान 12 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर अस्थाई तौर पर अगले तीन महीने के लिए किया गया है. जिससे अगले तीन महीने तक 12 फीसदी की जगह 10 फीसदी रकम एम्प्लॉयी और एम्पलॉयर की ओर से PF खाते में जमा कराया जाएगा.
इस बदलाव के चलते 15 हजार से ज्यादा महीने की तनख्वाह पाने वाले लोगों को अब इन हैंड पहले से ज्यादा सैलरी मिल सकेगी. जबकि, केंद्रीय कर्मचारियों को ये लाभ नहीं मिलेगा. उनका कंट्रीब्यूशन 12 फीसदी ही रहेगा. इसमें करीब 2500 करोड़ रुपए का खर्च होगा. इससे 3.67 लाख कंपनियों और 72.22 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा. फायदा सिर्फ उन्हीं कंपनियों को मिलेगा, जिनके पास सौ से कम कर्मचारी हैं और 90 प्रतिशत कर्मचारी की सैलरी 15,000 रुपए या उससे कम है.
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