जयपुर. प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासी रण शुरू हो चुका है. हाल ही में कांग्रेस के कई नेताओं ने भाजपा के कुछ केंद्रीय नेताओं पर कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को लालच देने का आरोप लगाया है. इसी सिलसिले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि आरोप कमजोर लोग लगाते हैं और दिल्ली में भाजपा के नेताओं के पास इतनी फुर्सत नहीं कि वो प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के लगाए आरोपों पर ध्यान दें. जिस तरह मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता लगातार इस तरह के आरोप लगा रहे हैं, उससे यह साफ हो चुका है कि कांग्रेस का घर कमजोर है, जिन्हें अपने परिवार में टूट-फूट की आशंका सताने लगी है.
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आज नहीं तो कल सरकार स्वयं ही हिट विकेट हो जाएगी-
सतीश पूनिया ने एक बार फिर साफ किया की राज्यसभा चुनाव में भाजपा की ओर से आगे बढ़कर ना तो कोई प्रयास किया जाएगा और ना ही कोई एक्शन लिया जाएगा. लेकिन चिंतित कांग्रेस नेताओं को देखकर लगता है कि अब किसी को भी कुछ करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह प्रदेश सरकार आज नहीं तो कल अपने आप ही हिट विकेट हो जाएगी.
कहां गया मुख्यमंत्री जी का वो कॉन्फिडेंस?
ईटीवी से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि यह वही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं, जो बहुत कॉन्फिडेंट थे और कहते थे कि राजस्थान में बाल भी बांका नहीं हो सकता. वहीं पिछले 3 से 4 दिनों में जिस तरह के बयान मुख्यमंत्री जी या उनके नेता दे रहे हैं, उससे साफ हो गया है कि आशंकित वह भी है. उन्हें अपने घर में चल रही कलह का सता रहा है.
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पूनिया ने कहा, वे आरोप नहीं लगा रहे, यह तो ऑन रिकॉर्ड है कि सरकार के ही मंत्री किस प्रकार के आरोप और बयानबाजी कर रहे हैं. वहीं बस अपने घर की कमजोरी छुपाने के लिए कांग्रेस के नेता बीजेपी के केंद्रीय नेता और भाजपा पर आरोप लगाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन वे अपनी तरफ से राज्यसभा चुनाव में तोड़फोड़ की किसी तरह की कवायद नहीं करेंगे.
दो-तीन दिन में तय करेंगे भाजपा विधायकों का प्रशिक्षण
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया का कहना था कि राज्यसभा चुनाव को लेकर अगले दो से तीन दिन में प्रदेश के प्रमुख नेता बैठकर तय करेंगे कि नए विधायकों को प्रशिक्षण कब दिया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि ये प्रशिक्षण जयपुर में ही दिया जाएगा लेकिन इसका समय और तारीख अगले 2 से 3 दिन में तय कर लेंगे. उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा कि नए विधायकों के लिए राज्यसभा चुनाव में वोट डालना नया अनुभव होगा। ऐसे में किसी प्रकार की कोई गलती ना हो जाए इसको लेकर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाना जरूरी है.