जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट जयपुर को नया लॉ एंड ऑर्डर एडिशनल कमिश्नर मिल गया है. सोमवार को एडिशनल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर राहुल प्रकाश ने कार्यभार ग्रहण किया. इस दौरान पुलिस के आलाधिकारी और उनके शुभचिंतक बधाई देने पहुंचे. साथ ही फूलों का गुलदस्ता और मिठाई खिलाकर नई जिम्मेदारी की शुभकामनाएं दी. नई जिम्मेदारी संभालने के बाद राहुल प्रकाश ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
जयपुर के नये लॉ एंड ऑर्डर एडिशनल कमिश्नर राहुल प्रकाश से खास बातचीत इस दौरान उन्होंने लॉ एंड ऑर्डर को लेकर आगामी टास्क और नई चुनौतियों के सवालों का खुलकर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि, राजधानी में सभी प्रकार की गतिविधियां चाहे वो सामाजिक हो या फिर संस्कृतिक हो, सभी जयपुर से जुड़ी रहती हैं. इसके अलावा VVIP और VIP विजिट्स भी जयपुर में होती रहती है. जयपुर शहर की संख्या जो पुलिस कमिश्नरेट में है वो 45 लाख के आसपास है. उन्होंने कहा कि जयपुर में वाहनों की संख्या भी दिनों दिन बढ़ रही है. ऐसे में लॉ एंड ऑर्डर की चुनौतियां बहुत हैं, जिसको बेखूबी निभाया जाएगा.
अजयपाल लांबा की जगह लॉ एंड ऑर्डर की कुर्सी संभालने के बारे में राहुल प्रकाश ने कहा कि, अजयपाल लांबा ने यहां पर बहुत शानदार काम किया. ऐसे में कोशिश यही रहेगी की सभी के मार्गदर्शन में इस काम को आगे बढ़ाया जाए और बेहतर किया जाए. शहर में नाकाबंदी और रात्रि गश्त की बड़ी चुनौती को कैसे सुदृढ़ किया जाए के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नाकाबंदी और रात्रि गश्त दोनों बहुत महत्वपूर्ण हैं. दिन और रात की गश्त, चेतक का रिस्पांस टाइम, सिग्मा और महिला सुरक्षा को लेकर समर्पित निर्भया स्क्वॉड सभी बहुत अच्छा काम कर रहे है. यदि फिर भी नाकाबंदी को लेकर कोई कमी रह रही है तो उसे फीडबैक के आधार पर सुधारने का प्रयास करेंगे.
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जयपुर शहर में अपराधों की रोकथाम और कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए त्वरित पुलिस गश्त व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये अत्याधुनिक चेतक और सिग्मा वाहन जयपुर पुलिस बेड़े में शामिल किए गए हैं. इसके लिए उन्होंने कहा कि, पुलिस की मौजूदगी और पुलिस का रिस्पांस टाइमिंग हमेशा से अपराधियों में डर पैदा करती है. उन्होंने कहा कि सरकार की पहल रही की पुलिस कमिश्नरेट बेड़े में 127 मोटरसाइकिल सिग्मा और 70 चेतक शामिल हुए हैं. इससे अपराधों को रोकने में मदद मिलेगी. ये नये वाहन अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित हैं. इन सबका असर अपराध पर दिखाई देगा और हम कोशिश करेंगे कि बेहतर तरीके से उसको लागू करें. इसमें जो भी कमी रहेगी, उसके आधार पर लगातार सुधार भी किया जाएगा.