जयपुर.राज्यसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में रस्साकशी का दौर जारी है. खासतौर पर अब तक भाजपा ने अपने दूसरे प्रत्याशी ओंकार सिंह लखावत के नाम वापसी को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं. हालांकि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में इस बात के संकेत तो दे ही दिए हैं कि प्रदेश में अन्य दलों के भी और निर्दलीय भी कई विधायक विचारधारा से अलग हटकर भाजपा के पक्ष में हैं.
कटारिया ने बताया कि इसके पीछे मौजूदा विधानसभा सत्र इसका उदाहरण भी है, जिसमें कांग्रेस और निर्दलीय कई विधायकों ने विभिन्न मौकों पर सदन में पार्टी विचारधारा से अलग हटकर अपना संबोधन और बयान दिया है, जो यह साबित करता है कि उनके भीतर भी कहीं न कहीं असंतोष है.
दरअसल, संख्या बल के आधार पर प्रदेश की 3 में से 2 सीटों पर कांग्रेस का और एक सीट पर बीजेपी का कब्जा होगा, लेकिन भाजपा ने ओंकार सिंह लखावत के रूप में दूसरा प्रत्याशी मैदान में उतार रखा है और बुधवार को नाम वापसी का अंतिम दिन है. ऐसी स्थिति में सबकी निगाहें भाजपा के अगले कदम पर टिकी है.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पार्टी ने अगर अपना दूसरा प्रत्याशी उतारा है तो कुछ सोच समझकर ही उतारा होगा. जब नाम वापस लिया जाएगा तब भी सामूहिक रूप से फैसला होगा और केंद्रीय नेतृत्व को भी पूरे प्रकरण ध्यान में लाया जाएगा. कटारिया ने कहा कि केंद्र सरकार और सीएए को लेकर अन्य पार्टियों के कई विधायक खुश हैं और कांग्रेस के अंदर विचारधारा और तुष्टीकरण के बीच एक संघर्ष भी होता नजर आ रहा है. मतलब साफ है कि भाजपा अब इसी असंतोष और संघर्ष का सहारा लेकर कांग्रेस सहित अन्य निर्दलीय विधायक को अपने पक्ष में करने में जुटी है. लेकिन यह संख्या कहां तक पहुंचती है, इसको लेकर फिलहाल पत्ते नहीं खोले गए.