जयपुर.पंचायत राज चुनाव के परिणाम में भले ही भाजपा कांग्रेस से पिछड़ गई हो लेकिन जिला प्रमुख-प्रधान बनाने की जोड़-तोड़ में पार्टी नेता अभी भी जी जान से जुटे हुए हैं. इसके लिए भाजपा अब निर्दलीयों और आरएलपी के भी संपर्क में है. हालांकि 6 में से 5 जिला परिषद में बहुमत ने हासिल होने के बाद भी भाजपा नेता पार्टी के मौजूदा प्रदर्शन से संतुष्ट हैं. मौजूदा चुनाव परिणाम और आगामी रणनीति को लेकर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने अपने विचार रखे हैं.
राठौड़ बोले, चुनाव हारे लेकिन कांग्रेस से 2.4 प्रतिशत ही कम मिले वोट
विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौड़ को इन चुनावों के लिए जयपुर का प्रभारी भी बनाया गया था. अब मौजूदा परिणाम को लेकर उनका कहना है कि इस चुनाव में कांग्रेस के आधा दर्जन मंत्री और करीब 30 विधायक जुटे थे जबकि भाजपा के महज 6 विधायक के क्षेत्र ही इन चुनाव में थे. राठौड़ के अनुसार बीजेपी और कांग्रेस के बीच में वोटों की तुलना की जाए तो भाजपा को केवल 2.4 प्रतिशत कम वोट मिले. राठौर ने कहा कि मौजूदा परिणाम बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्र की जनता ने सत्तारूढ़ कांग्रेस को नकार दिया है. राठौड़ ने कहा कि मौजूदा चुनाव में सरकारी मशीनरी का पूरा दुरुपयोग करने के बाद भी कांग्रेस और भाजपा के वोटों में ज्यादा अंतर नहीं है.
पढ़ें:पंचायत चुनाव परिणाम: कांग्रेस विधायकों का लेखा-जोखा, कोई Pass तो कोई Fail
जिन क्षेत्रों में थे चुनाव वहां कांग्रेस की थी पकड़, राठौड़ ने स्वीकारा
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान राजेंद्र राठौड़ ने स्वीकार किया कि जिन 6 जिलों में चुनाव थे उनमें से अधिकतर में कांग्रेस की लंबे समय से पकड़ थी. राठौड़ ने माना कि इन क्षेत्रों में पिछले विधानसभा व लोकसभा चुनाव में भी भाजपा का प्रदर्शन उत्तम नहीं रहा था लेकिन इस बार भाजपा एकजुटता के साथ चुनाव लड़ी जिस कारण कांग्रेस को कई पंचायत समितियों में स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया. वहीं भरतपुर जिला परिषद में भी कांग्रेस बहुमत नहीं ला पाई.
'कांग्रेस के खिलाफ जो भी लड़े और जीते उनका हम स्वागत करेंगे'
कई पंचायत समिति ऐसी हैं जहां पर अपना प्रधान और बोर्ड बनाने के लिए भाजपा को निर्दलीय आरएलपी की मदद लेना होगी. भाजपा के नेता इसी कवायद में जुटे हैं. राजेंद्र राठौड़ के अनुसार इन चुनावों में कांग्रेस के खिलाफ जो भी लड़ा है और जीता है उसका भाजपा में हम स्वागत करेंगे. उनसे संपर्क करेंगे कि वह भाजपा की नीतियों का समर्थन करें. चाहे निर्दलीय हो या आरएलपी कैंडिडेट हम सभी से संपर्क करेंगे.