जयपुर. देशभर में विवाद का विषय बना CAA को लेकर पार्टियों में खींचतान तेज हो गई है. भाजपा जहां इस कानून के समर्थन में देशभर में माहौल बनाने में लगी है. वहीं, कांग्रेस इसका लगातार विरोध कर रही है.
CAA को लेकर पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ की कार्यशाला आयोजित अब भाजपा से जुड़े हुए पूर्व सैनिक CAA को लेकर जन जागरण अभियान चलाएंगे. इसी को लेकर भाजपा प्रदेश मुख्यालय में भाजपा के पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ की कार्यशाला हुई. जिसमें प्रदेशभर के पूर्व सैनिक शामिल हुए. वहीं, इस कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी शिरकत की और कार्यक्रम को संबोधित किया.
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भाजपा से जुड़े पूर्व सैनिकों की इस कार्यशाला में उन्हें CAA और NRC के बारे में पूरी जानकारी दी गई और उन्हें बताया गया कि CAA और NRC दोनों अलग-अलग विषय है. पूर्व सैनिक अपने-अपने जिलों में जाकर CAA के बारे में जागरण फैलाएंगे. यह पूर्व सैनिक जनता को बताएंगे कि यह CAA नागरिकता छीनने वाला कानून नहीं है जो देश का नागरिक है वह देश का नागरिक ही रहेगा. इस कानून के तहत किसी भी हिंदुस्तानी मुस्लिम की नागरिकता नहीं छीनी जाएगी.
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक कर्नल जगदेव सिंह ने बताया कि CAA पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर आए हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी, जैन और बुद्ध समाज के लोगों को ही नागरिकता दी जाएगी. इसमें किसी की नागरिकता छीनने का कोई नियम नहीं है.
उन्होंने बताया कि हिंदुस्तान में रहने वाले सभी धर्मों के लोगों की नागरिकता सुरक्षित है. यह सभी जानकारी इन पूर्व सैनिकों को दी जाएगी ताकि वह जाकर इसके बारे में लोगों को जागृत कर सके. इसका एनआईसी से कोई लेना देना नहीं है.
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कर्नल जगदेव सिंह ने कहा कि कई पार्टियां अपने वोट बैंक की राजनीति के लिए यह भ्रम फैला रही है कि एनपीआर और सीएए एक ही है और इससे मुसलमानों की नागरिकता छीनी जाएगी. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में हर जिले से सैनिक आए हुए हैं और यह सैनिक CAA को लेकर सबसे पहले सैनिकों को और सैनिकों के परिवारों को जागृत करेंगे और इसके बाद आम जनता को इस कानून के बारे में समझाएंगे.