जयपुर. नगर निगम के सभी वार्डों में सफाई कर्मचारियों का समान डिस्ट्रीब्यूशन करने का निर्णय लिया गया है. अब तक किसी वार्ड में 100 तो किसी में 10 सफाई कर्मचारी ही तैनात थे.
अब कर्मचारियों के समानीकरण के साथ-साथ प्रत्येक वार्ड में आठ-आठ अतिरिक्त सफाई कर्मचारी भी लगाए जाएंगे. ग्रेटर नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की संख्या भी कम है. ऐसे में जल्द ही राज्य सरकार को करीब दो से ढाई हजार कर्मचारी लगाए जाने के लिए अप्रूवल भेजा जाएगा.
मेयर शील धाभाई से खास बात पढ़ें -स्वास्थ्य सेवाओं पर 'फोकस' : 50 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र CHC में क्रमोन्नत...राजस्थान सरकार का स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान
ग्रेटर नगर निगम महापौर ने बताया कि महिला सफाई कर्मचारियों की गुलाबी साड़ी तैयार है. पुरुष सफाई कर्मचारियों के ड्रेस कोड में भी बदलाव करते हुए उनके लिए भी गुलाबी रंग की शर्ट मंगवाई जा रही हैं.
ग्रेटर नगर निगम में सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए महापौर और आयुक्त ने अधिकारियों और सफाई समिति चेयरमैनों के साथ विस्तृत चर्चा की. इस दौरान सभी जोन में सीवर समस्या का तत्काल समाधान करने के लिए ठेकेदारों को उचित दिशा-निर्देश देने और लापरवाही करने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए.
ग्रेटर नगर निगम में बुधवार को वार्ड 149 में किए गए 700 मीटर लंबी सड़क निर्माण के उद्घाटन को लेकर के भी जमकर चर्चाएं हुई. दरअसल, निर्दलीय पार्षद स्वाति परनामी के वार्ड में आचार्य खेमचंद मार्ग पर 700 मीटर लंबी डामर सड़क महज 9 दिन में तैयार करवा दी गई. जबकि बीजेपी पार्षद अपने कामों की फाइल लेकर निगम में चक्कर ही काटते रहते हैं. हालांकि महापौर ने स्पष्ट किया कि उनके कार्यकाल में बीजेपी के साथ-साथ निर्दलीय और कांग्रेस पार्षदों के काम भी किए जाएंगे. क्योंकि ये कार्य जनता से जुड़े हैं. इस दौरान महापौर ने बताया कि फिलहाल कोरोना गाइडलाइन लागू है. जल्द विकास कार्यों के लिए बोर्ड बैठक भी बुलाई जाएगी.
पढ़ें- मोदी की दाढ़ी का 'अंक ज्योतिष' : ज्योतिषी डॉ. कुमार गणेश ने प्रधानमंत्री की दाढ़ी को लेकर की ये बड़ी भविष्यवाणी
गंदी बस्ती सुधार समिति की बैठक में कच्ची बस्ती में रहने वाले वंचित लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का निर्णय लिया गया है. समिति अध्यक्ष भारती ने लख्यानी बताया कि कच्ची बस्ती में रहने वाले लोगों से वैक्सीनेशन के लिए विचार विमर्श किया गया है. इसके साथ ही निरक्षर महिलाओं और पुरुषों को साक्षरता के प्रति जागरूक कर शिक्षा के साधन उपलब्ध कराए जाने और एनयूएलएल शाखा के माध्यम से रोजगार के लिए बैंकों के माध्यम से ऋण दिलवाने पर भी विचार विमर्श किया गया है. कच्ची बस्तियों में सर्वे कर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर भी संबंधित अधिकारियों से चर्चा की गई.
ग्रेटर नगर निगम में बुधवार से एक बार फिर कोरोना गाइडलाइन की पालना कराने के लिए सख्ती की गई. निगम क्षेत्र में बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 29000 जुर्माना वसूला गया. इसके साथ ही अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 4 कैंटर सामान जब्त किया और कैरिंग चार्ज भी वसूला गया.