जयपुर.कोरोना वायरस का संक्रमण देश और दुनिया में लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी बीच प्रवासी लोगों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए रोडवेज प्रशासन भी अहम भूमिका निभा रहा है. रोडवेज प्रशासन की ओर से किए जा रहे कार्यों की जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने रोडवेज के प्रबंध निदेशक नवीन जैन से खास बातचीत की.
उन्होंने बातचीत में कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए रोडवेज प्रशासन सरकार के साथ मिलकर कार्य कर रहा है. सरकार की ओर से रोडवेज प्रशासन को श्रमिक और मजदूर वर्ग के लोगों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दी गई है.
नवीन जैन ने कहा कि श्रमिकों की मदद के लिए रोडवेज प्रशासन लगातार बसों का संचालन कर रहा है. उन्होंने कहा कि जो लोग पहले कैंपों में फंसे थे उनको घर भेजा गया. फिर राज्य में फंसे स्टूडेंट्स को उनके घर भेजा गया. इसके अलावा अब जो लोग ट्रेनों के माध्यम से राजस्थान में आ रहे हैं. उन सभी लोगों को बसों के माध्यम से उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाया जा रहा है.
पढ़ें-EXCLUSIVE: लॉकडाउन के बीच अहम भूमिका निभा रहा रेलवे, जयपुर DRM से ETV BHARAT की खास बातचीत
बसों में हो रही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना
नवीन जैन ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना जिला प्रशासन की ओर से कराई जा रही है. वहीं, रोडवेज प्रशासन की ओर से भी अपने स्टाफ को लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है. इसके अलावा जो लोग बस स्टैंड पर आ रहे हैं, उनको पर्याप्त दूरी बना कर खड़ा किया जाता है और फिर बसों में बैठाया जाता है.
साथ ही लाइन लगाने के दौरान भी सभी को उचित दूरी बनाने के लिए कहा जाता है. नवीन जैन ने कहा कि इस समय लोग अब जागरूक हो रहे हैं. ऐसे में आमजन भी प्रशासन की पूर्ण रूप से मदद कर रहा है. उन्होंने बताया कि रोडवेज बसों के अंतर्गत 30 से 35 यात्रियों को बैठाया जा रहा है. जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी हो रही है.
पढ़ें-PM करते हैं सीएम की तारीफ, लेकिन पूनिया और कटारिया केवल विरोध: बीडी कल्ला
नहीं बढ़ाया जाएगा बसों का किराया
नवीन जैन ने कहा कि इस समय बसों में यात्री भार नहीं के बराबर ही आ रहा है. जैन ने कहा कि बसों का किराया बढ़ाने को लेकर कुछ कहना बहुत जल्दबाजी होगी. क्योंकि यह फैसला राज्य सरकार का होगा. ऐसे में सरकार के आदेश के बाद ही रोडवेज प्रशासन की ओर से कोई फैसला लिया जाएगा.
जैन ने कहा कि इस समय यह देखना होगा कि किन जिलों में बसों की डिमांड ज्यादा है. उन्हीं जिलों में बसें चलाई जाएंगी क्योंकि केवल अभी ग्रीन जोन में ही बसें चलाने की अनुमति मिली है. वहीं, नवीन जैन ने कहा कि अभी तक हमारा एक्सपीरियंस है कि आमजन अभी भी बसों में नहीं आ रहे हैं.