जयपुर.राजस्थान में होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासत जोरों पर है. प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों पर चुनाव होने हैं. जिसको लेकर सभी पार्टियां पूरी तरह से सतर्क नजर आ रही हैं. इसके साथ ही राजनीतिक दल विधायकों को लेकर जोड़ तोड़ की गणित लगाने में जुटे हुए हैं. इस बीच विधायकों की बाड़ेबंदी की खबरें भी लगातार सामने आ रही हैं.
RLP विधायक पुखराज गर्ग से ईटीवी भारत की खास बातचीत आरएलपी पार्टी को लेकर फैल रही अफवाह
बता दें कि राजस्थान में राज्यसभा की 3 सीटों पर मतदान होने हैं. मतदान से पहले ही कई अफवाहें भी चर्चा का विषय बनी हुई हैं. इन चर्चाओं में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को लेकर भी अफवाहें शामिल हैं. जिसको लेकर अब आरएलपी के प्रदेश अध्यक्ष अफवाहों को नकारते हुए कांग्रेस पार्टी को अफवाहों का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
इस दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने साफ कर दिया है कि आरएलपी को लेकर जो अफवाहें उड़ रही हैं उनमें कोई दम नहीं है. आरएलपी प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग ने ये साफ कर दिया कि आरएलपी विधायक एकजुट हैं और कांग्रेस से उनका कोई संपर्क नहीं है.
अफवाहों की जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी
वहीं, जोधपुर के भोपालगढ़ से विधायक और आरएलपी के प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग से ईटीवी भारत की खास बातचीत हुई. जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को लेकर बाजार में उड़ रही अफवाहों के लिए कांग्रेस को और कांग्रेस के भीतर की बौखलाहट को जिम्मेदार बताया.
उन्होंने कहा कि आरएलपी विधायकों को लेकर जो अफवाह उड़ाई जा रही है उनमें कोई सच्चाई नहीं है. गर्ग ने ये भी कहा कि आरएलपी के तीनों विधायक राज्यसभा चुनाव के मतदान में शामिल होंगे और इस चुनाव को लेकर पार्टी संयोजक हनुमान बेनीवाल जैसा निर्देश देंगे उसके अनुरूप ही उसकी पालना करेंगे.
अगले 2 से 3 दिन में होगी पार्टी की कोर कमेटी की बैठक
आरएलपी प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग ने बताया कि आगामी 2 से 3 दिन के भीतर पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल की अध्यक्षता में पार्टी के विधायक और कोर कमेटी की बैठक होगी. जिसमें राज्यसभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति बनेगी.
हालांकि, पुखराज गर्ग से जब पूछा गया कि राष्ट्रीय स्तर पर आपका बीजेपी के साथ गठबंधन है तो इन चुनाव में क्या आपके विधायकों का वोट बीजेपी प्रत्याशी को मिलेगा या नहीं. तो इस सवाल पर गर्ग ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से समझौता तो है और संभवत: समर्थन भी उन्हीं को रहेगा, लेकिन फिर भी इस बारे में अंतिम निर्णय हनुमान बेनीवाल जी की मौजूदगी में होने वाली कोर कमेटी की बैठक में ही लिया जाएगा.