जयपुर.प्रदेश में सियासी संकट कुछ महीने पहले ही थमा था, लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के मौजूदा सरकार के 6 महीने में गिरने से जुड़े बयान ने एक बार फिर सियासी पारा गरम कर दिया है. कटारिया आज भी अपने बयान पर कायम हैं और ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं भविष्यवक्ता नहीं, लेकिन कांग्रेस के भीतर गर्म लावा इकट्ठा हो गया है जो 6 महीने से पहले ही फूटेगा और सरकार भी गिरेगी.
सीएम गहलोत को अपनी पार्टी को बचाना चाहिए इस बयान के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बयान पर भी गुलाबचंद कटारिया ने जमकर पलटवार किया. साथ ही यह भी कह दिया कि वे नेता प्रतिपक्ष पद पर सुरक्षित हैं और पार्टी जिस दिन कहेगी वह पद छोड़ने में आधा मिनट भी नहीं लगाएंगे. ईटीवी भारत से खास बातचीत में मौजूदा सियासी घटनाक्रमों पर कटारिया ने बेबाक तरीके से अपनी बात रखी.
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जिस दिन सीटों का गणित बिगड़ा, उसी दिन सरकार गिरेगी...
ईटीवी भारत से खास बातचीत में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मैं ज्योतिष वक्ता नहीं हूं, लेकिन कांग्रेस के भीतर असंतोष है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कोहनी में गुड़ लगाकर मुख्यमंत्री ने विधायक को और कांग्रेस नेताओं को लालच दिया था, उसका स्वाद अब तक किसी ने भी नहीं चखा है. इससे पार्टी के भीतर असंतोष है और यही असंतोष अब लावा बन रहा है, जो जल्द ही फूटेगा.
कटारिया ने कहा कि जिस दिन सीटों का गणित बिगड़ा, उसी दिन यह सरकार गिर जाएगी और इसमें छह महीने का समय भी नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि अजय माकन की समिति भी बना दी गई, लेकिन उसका भी फायदा पार्टी को नहीं मिला जिससे भी असंतोष ज्वालामुखी का रूप लेते जा रहा है.
सीएम गहलोत को अपनी पार्टी को बचाना चाहिए...
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता कपिल सिब्बल और पी. चिदंबरम जब पार्टी में आत्म विश्लेषण की बात कहते हैं तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उन्हें अनुशासन का पाठ पढ़ाते हैं. जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी मरती हुई कांग्रेस की पार्टी को बचाना चाहिए. साथ ही इसके लिए सच्चाई को समझ कर उसको ठीक ढंग से व्यवस्थित करने की चिंता करना चाहिए.
पार्टी का आदेश हुआ तो तुरंत छोड़ दूंगा पद...
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की ओर से उनके खिलाफ आए बयानों पर भी पलटवार किया. कटारिया ने कहा कि डोटासरा मेरे पद की चिंता ना करें, क्योंकि मैंने कभी पार्टी से कुछ नहीं मांगा. पार्टी ने मेरा जिस जगह उपयोग समझा वह पद मुझे दिया.
पार्टी का आदेश हुआ तो तुरंत छोड़ दूंगा पद कांग्रेस जल्द ही राजस्थान से भी जाने वाली है...
कटारिया ने कहा कि मैं पद को लेकर ना पहले चिंतित था और ना आज चिंतित हूं क्योंकि मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं और मुझे गांव से उठाकर इस कुर्सी तक लाकर पार्टी ने ही सम्मान दिया है. यदि पार्टी का आदेश होगा तो आधा मिनट भी पद छोड़ने में नहीं लगाऊंगा, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को अपनी पार्टी की चिंता करना चाहिए जो मरने और डूबने की कगार पर है. कटारिया ने कहा कि देश में कुछ प्रदेशों में सिमटी कांग्रेस जल्द ही राजस्थान से भी जाने वाली है.
लोकतंत्र के आधार पर जो निर्णय होगा वो शिरोधार्य होगा...
गुलाबचंद कटारिया 6 महीने के भीतर प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिरने का दावा भी करते हैं और साथ ही यह भी कहते हैं कि बीजेपी की अब पूरी तैयारी है. कटारिया के अनुसार बीजेपी संगठन के आधार पर चलती है और लोकतंत्र पर पूरा विश्वास और सम्मान करती है. ऐसे में लोकतंत्र के आधार पर जो भी निर्णय होगा वो भाजपा को शिरोधार्य होगा.
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कटारिया ने इस दौरान यह भी कहा कि बीजेपी में ना कभी फूट थी और ना ही कभी कोई गुट बन सकता है, क्योंकि 65 साल की पार्टी की शुरुआत जीरो से हुई है और आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. उन्होंने कहा कि भाजपा व्यक्ति पूजन में विश्वास नहीं करती है बल्कि राष्ट्र की पूजा करती है.
नगर निगम में तकनीकी रूप से हारे, लेकिन जीती तो भाजपा ही है...
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कटारिया ने यह भी कहा कि हाल ही में हुए 6 नगर निगम के चुनाव में भले ही 4 नगर निगमों में कांग्रेस ने अपना बोर्ड और महापौर बना लिया हो, लेकिन ऑल ओवर यदि देखा जाए तो इन चुनाव में भी भाजपा को ही बहुमत मिला है. उन्होंने कहा कि जयपुर में ही 130 वार्डों में बीजेपी अपने दम पर जीती है. कटारिया ने कहा कि परिसीमन के नाम पर जो जहर कांग्रेस ने खोला है उसका नकारात्मक परिणाम आने वाले सालों में दिखाई देगा.