जयपुर. राजस्थान में बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बाद राजस्थान बसपा प्रदेश में अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रयासरत है. इसके तहत राजस्थान बसपा भी कोटा, जोधपुर और जयपुर नगर निगम में अपना भाग्य आजमाने और कांग्रेस-भाजपा के खेल को बिगाड़ने के लिए राजस्थान नगर निगम चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने जा रही है.
'बसपा इस चुनाव के लिए पहले से तैयार थी' बता दें, इससे पहले हुए निगम चुनाव-2019 में भी पार्टी ने अपने कैंडिडेट उतारे थे, जिनमें 24 वार्ड में उसे जीत मिली थी. 10 साल पहले जब डायरेक्ट इलेक्शन हुआ था उस समय भी 5 निकायों में बीएसपी के चेयरमैन बने थे. ऐसे में अब राजस्थान बसपा एक बार फिर इन तीनों निगम में अपने ज्यादा से ज्यादा प्रत्याशी जिताने के इरादे के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी है.
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अब तक प्रदेश में 49 शहरी स्थानीय निकाय चुनाव हुए हैं, जिनमें 3 नगर निगम, 18 नगर परिषद और 28 नगरपालिका शामिल है. जिनमें कांग्रेस को 37.2 फीसदी, भाजपा को 32.39 फीसदी और निर्दलीय को 27.72 फीसदी वोट मिले. वहीं, बहुजन समाज पार्टी को 1.83 वोट मिले हैं, जो सीपीएम और सीपीआई से कहीं ज्यादा है.
'बसपा इस चुनाव के लिए पहले से तैयार थी'
इस मामले पर ईटीवी भारत से बात करते हुए राजस्थान बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि पार्टी इन चुनाव के लिए पहले ही तैयार थी क्योंकि यह चुनाव पिछले साल दिसंबर में ही प्रस्तावित थे. लेकिन इन तीनों नगर निगमों को सरकार ने पहले दो हिस्सों में बांटा, जिसके चलते परिसीमन में 6 महीने का समय लगा और फिर कोरोना फैल गया. लेकिन पार्टी के 2019 के निगम चुनाव में 24 कैंडिडेट चुनाव जीते थे. अब एक बार फिर पार्टी निगम चुनाव लड़ने जा रही है, जिसके लिए बसपा का कार्यकर्ता और पदाधिकारी लंबे समय से तैयारी कर रहा है.
भाजपा-कांग्रेस के सारे दावे खोखले साबित हुए 2005 से लड़ते आ रहे हैं निगम चुनाव
भगवान सिंह बाबा ने कहा कि इसके लिए हमारे पास आवेदन भी आ चुके हैं और हमारा प्रयास रहेगा कि ज्यादा से ज्यादा बसपा के पार्षद चुनकर आए और नगर निगम में बहुजन समाज पार्टी का हाथी प्रवेश करें. उन्होंने कहा कि बसपा यह चुनाव भाजपा या कांग्रेस के वोट बैंक को डैमेज करने के लिए नहीं लड़ रही है बल्कि यह चुनाव तो वह 2005 से लड़ते आ रहे हैं.
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बाबा ने बताया कि डायरेक्ट चुनाव में भी बसपा ने 10 साल पहले अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें नवलगढ़, राजगढ़, देवली और नदबई में उनके चेयरमैन बने थे. बहुजन समाज पार्टी किसी पार्टी को हराने के लिए चुनाव नहीं लड़ रही बल्कि खुद चुनाव जीतने के लिए लड़ रही है. बाबा ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का राजस्थान में आधार है. 1998 से लेकर अब तक चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने विधानसभा, लोकसभा, जिला परिषद, पंचायत नगर निगम और नगर निकाय का चुनाव लड़ा है और हर चुनाव में बसपा को सफलता हासिल हुई है.
भाजपा-कांग्रेस के सारे दावे खोखले साबित हुए
भगवान सिंह बाबा ने कहा कि इस बार भी हम चाहते हैं कि बसपा बैलेंस ऑफ पॉवर करें. इसमें चाहे बीजेपी को नुकसान हो या कांग्रेस को इससे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि 6 साल पहले जब नगर निगम का चुनाव हुआ था तो जिस प्रकार भाजपा और कांग्रेस जैसे बड़े दलों ने विकास के दावे किए थे वह खोखले साबित हुए.
राजस्थान बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि जयपुर के हालात यह हैं कि हर जगह गंदगी का साम्राज्य है, विकास के नाम पर आपस में लड़ाई हो रही है लेकिन विकास नहीं हो रहा. इस विषय को लेकर हम जनता के पास जाएंगे कि महानगरों में भाजपा और कांग्रेस की गलत नीतियों के चलते विकास नहीं हुआ है. यही बात हम जनता को कहेंगे कि भाजपा और कांग्रेस जनता से केवल वादे करती हैं, लेकिन इन दोनों दलों से अलग हटकर अगर बसपा को मौका मिलता है तो वह जमीन पर काम करके दिखाएंगे.