जयपुर.राजस्थान में 19 जून को राज्यसभा की 3 सीटों पर चुनाव होने हैं. चुनाव की तारीख नजदीक आते ही राजस्थान का सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. इसी के साथ कांग्रेस-भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. वहीं, इस सियासत में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी कूद गई है.
पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जुबानी हमला बोला है. बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री जब खुद अपनी पार्टी के विधायक नहीं संभाल पा रहे हैं, ऐसे में वह दूसरी पार्टी में सेंध कैसे करेंगे. बेनीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि कोरोना के संकट काल में खुद मुख्यमंत्री और उनके विधायक मेडिकल प्रोटोकॉल की अवहेलना कर एक होटल में बाड़ेबंदी के तहत रुके हुए हैं, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है.
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हनुमान बेनीवाल ने प्रेस में बयान जारी कर और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर कहा कि विधायकों की बाड़ेबंदी से यह जाहिर है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को खुद की पार्टी के विधायकों पर भरोसा नहीं रहा. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बाड़ेबंदी करना चुने हुए विधायकों का भी अपमान है, जबकि आरएलपी के तीनों विधायक अपने-अपने क्षेत्र में जनता के बीच सेवा कार्यों में व्यस्त हैं.
सांसद ने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने जमीनी संघर्ष करके अपनी पहचान बनाई है. ऐसे में मुख्यमंत्री को वहम में नहीं रहना चाहिए. उन्होंने सीएम पर व्यंगात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि आरएलपी, आरएलपी है बसपा नहीं. उन्होंने राज्यसभा चुनाव के संबंध में कहा कि आरएलपी पार्टी सीएम गहलोत की ओर से प्रायोजित सभी अफवाहों का खंडन करती है.