जयपुर.बिहार चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आएंगे. शुरुआती रुझानों के अनुसार बिहार में महागठबंधन की सरकार बन सकती है. नतीजे आने से पहले ही कांग्रेस पार्टी अपने विधायकों को एकजुट रखने में जुट गई है. कांग्रेस पार्टी को चिंता इस बात की है कि कहीं ऐसा ना हो कि कांग्रेस के विधायकों के साथ खरीद-फरोख्त हो और मध्य प्रदेश जैसे हालात बन जाएं. ऐसे में परिणामों के बाद कांग्रेस के सभी विजेता विधायकों को राजस्थान लाया जा सकता है.
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कांग्रेस के बिहार चुनाव के पर्यवेक्षक अविनाश पांडे ने सारी कमान अपने हाथ में ले ली है और कहा जा रहा है कि जीत के बाद किसी तरीके की खरीद-फरोख्त की आशंका ना हो ऐसे में कांग्रेस के विधायकों को राजस्थान में बाड़ेबंदी में लाया जा सकता है. दरअसल, अविनाश पांडे पहले भी राजस्थान में विधायकों की बाड़ेबंदी में सक्रिय रह चुके हैं और उनके राजस्थान के प्रभारी रहते हुए पहले महाराष्ट्र के विधायकों को राजस्थान बाड़ेबंदी में लाए गए थे. उसके बाद मध्यप्रदेश के विधायकों को भी बाड़ेबंदी के लिए राजस्थान ही लाया गया था.
ऐसे में राजस्थान को कांग्रेस आलाकमान अभेद किले के तौर पर देख रही है. हालांकि, इसका फैसला चुनाव के नतीजे आने के बाद ही लिया जाएगा. बता दें कि अगर महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव भी कांग्रेस से अपने विधायकों को राजस्थान में शिफ्ट करने के लिए कहेंगे तो हो सकता है आरजेडी के विधायकों को भी बाड़ेबंदी के लिए राजस्थान लाया जा सकता है. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और राजेंद्र यादव पहले से ही पटना में डटे हुए हैं.