जयपुर. राजधानी जयपुर (Jaipur) में बिजली कर्मचारी अपनी मांगों को समाधान के लिए दिवाली (Diwali) के दिन गुरुवार को भी धरने पर बैठे रहे. भारतीय मजदूर संघ (Bms) से जुड़े कर्मचारियों का धरना 31 दिन बाद भी जारी रहा. लेकिन डिस्कॉम (Jaipur Discom) प्रबंधन ने कर्मचारियों से वार्ता की कोई पहल नहीं की है.
जयपुर: बिजली कर्मचारियों ने मनाई काली दिवाली... निजीकरण के विरोध में दिया धरना
बिजली कर्मचारियों ने बिजली कंपनियों में नई भर्ती करने समेत अन्य मांगों को लेकर गुरुवार को भी धरना दिया. इन कर्मचारियों पर राजधानी जयपुर को रोशन करने की जिम्मेदारी है, इसके बावजूद राज्य सरकार बिजली कर्मचारियों से वार्ता नहीं कर रही है.
प्रदेश सरकार और डिस्कॉम प्रबंधन (Discom management) की संवादहीनता ही कहेंगे कि दिवाली पर्व के दौरान भी एक महीने से विद्युत भवन के पीछे धरना दे रहे राज्य सरकार ने राजस्थान विद्युत श्रमिक महासंघ के पदाधिकारियों से संवाद नहीं किया है. डिस्कॉम प्रबंधन से किसी तरह का आश्वासन भी नहीं मिला है.
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श्रमिक महासंघ से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार तुरंत प्रभाव से निजीकरण पर रोक लगाए. बिजली कंपनियों में नई भर्ती की जाए. वहीं कर्मचारियों की इंटरकंपनी स्थानांतरण की सुविधा भी शुरू की जाए. महासंघ के पदाधिकारी इस बात से भी नाराज है कि कोराना (Corona) का शिकार हुए बिजली कर्मचारियों के परिजनों को बिजली कंपनियों ने 50 लाख की सहायता राशि नहीं दी है.