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सबसे बड़ा स्कैंडल चुनावी चंदा है, इसमें सभी राजनीतिक दल शामिल हैं : गहलोत - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुर के बिरला सभागार में आयोजित सीए कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री बड़े बेबाक नजर आए. संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा स्कैंडल तो चुनावी चंदा है जिसमें सभी राजनीतिक दल शामिल हैं. वहीं बातों ही बातों ने उन्होंने भाजपा पर कई चुटकियां भी ली.

Arvind Kejriwal, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
Ashok Gehlot in CA conference

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Published : Dec 31, 2019, 9:13 PM IST

जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के बिरला सभागार में आयोजित सीए एसोसिएशन की ऑल इंडिया कॉन्फ्रेंस में शिरकत की. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि सीए कॉन्फ्रेंस ऐसे समय पर हो रही है, जब देश की अर्थव्यवस्था के हालात खराब है.

चुनावों में राजनीतिक दल लेते है चंदा और वो चंदा ब्लैक मनी है : सीएम गहलोत

केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रवाद के नाम पर देश नहीं चल सकता और ना ही धर्म के नाम से कभी देश नहीं चल सकता है. धर्म के नाम पर देश चलाने को लेकर पाकिस्तान और रूस के भी कई टुकड़े हुए है. वही चुनावी बांड पर उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा स्कैंडल चुनावी बांड है. चुनावों में जो चंदा मिलता है, वह ब्लैक मनी है. इसमें सभी राजनीतिक दल शामिल है.

आजकल चंदा लेने का अलग-अलग स्टाइल
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि जिनकी राजनीति ही ब्लैक मनी से शुरू होती है. वो विदेश से ब्लैक मनी लाने की बात करते है. आजकल चंदा लेने की अलग-अलग स्टाइल हो गई है. उद्योगपतियों को डराकर चंदा लिया जा रहा है. इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है. देश की एक ऐसी पार्टी है जो देश की बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था में भी पांच सितारा होटल जैसा पार्टी का दफ्तर खोल रही है. यही नहीं हर जिले में भी पार्टी के दफ्तर खोले जा रहे हैं. आजकल चंदा लेने के अलग-अलग स्टाइल हो गई है.

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जीएसटी कंपनसेशन में 11 हजार करोड़ की कमी
उधर, जीएसटी पर बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को अर्थव्यवस्था की चिंता नहीं है. जीएसटी कम होने के चलते राज्य के हालात खराब हो रहे है. राजस्थान को मिलने वाले ग्रांट में 11 हजार करोड़ की कमी हुई है. देश के 9 राज्य की वित्तीय स्थिति भी खराब है. हालांकि, राजस्थान इन स्थितियों से बचा हुआ है लेकिन बॉर्डर लाइन पर आ चुका है. केंद्र सरकार की नीतियों ने अर्थव्यवस्था को आईसीयू में पहुंचा दिया है.

अरविंद केजरीवाल लोकपाल के नाम पर सीएम बन गए
वहीं इस दौरान सीएम गहलोत ने पूर्व सरकार के समय लोकपाल के नाम पर हुए आंदोलन पर कहा कि पांच साल में लोकपाल के नाम पर देश में कुछ नहीं हुआ. इससे पहले लोकपाल के नाम पर बड़ा आंदोलन किया गया था लेकिन अब कोई नहीं बोल रहा. अरविंद केजरीवाल लोकपाल के नाम पर सीएम बन गए है. अन्ना हजारे भी अब चुप बैठ गए हैं. पांच साल बाद केंद्र सरकार लोकपाल को लेकर अब कुछ करने जा रही है.

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वहीं सेंट्रल कॉउंसिल मेंबर प्रकाश शर्मा ने मंच से सीएम के सामने कुछ बाते रखीं. जिसमें उन्होंने कहा कि राजस्थान में आधे से ज्यादा सरकारी कामों में राज्य के बाहर की सीए फर्म कम दामों में काम कर रही है. जिससे यहां के सीए फर्म्स को मौका नहीं मिल रहा. उन्होंने कहा कि यहां की सीए फर्म को काम का मौका मिलना चाहिए.

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