जयपुर. ईद उल जुहा यानी बकरा ईद का त्यौहार आज प्रदेश भर में मनाया (Eid Al Adha on 10th July) जा रहा है. इस अवसर पर खुदा की बारगाह में ईद की नमाज पढ़ी गई. दूसरी ओर अल्लाह की राह में कुर्बानियों का दौर भी शुरू होगा. राजधानी जयपुर के दिल्ली हाईवे स्थित मुख्य ईदगाह में सुबह 8 बजे ईद की विशेष नमाज अदा की गई. दो साल बाद ईद उल जुहा का बड़ा त्यौहार धूमधाम से मनाने को लेकर लोगों के चेहरे खिले हुए हैं, क्योंकि कोरोना के कारण इससे पहले ईद का त्योहार बड़े स्तर पर मना नहीं मना पाये थे. वहीं किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस ने 50 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया है.
जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती अमजद ने बताया कि ईद का त्यौहार खुशी का मौका होता है. इस दिन लोग नमाज पढ़कर खुदा की बारगाह में कुर्बानियां देते हैं. उन्होंने बताया कि ईद का त्यौहार इस्लामिक साल के आखिरी महीने में मनाया जाता है. ईद पर सब लोगों को शामिल करना चाहिए. कुर्बानी के दौरान किसी को तकलीफ नहीं होनी चाहिए. जहां लोगों का अधिक संख्या में आना-जाना हो, वहां कुर्बानी न दें. इस दौरान सफाई का विशेष ध्यान रखें. उन्होंने अपील की है कि ईद पर लोग अपनी बुराइयों की भी कुर्बानी दें.
ईद पर इन बातों का रख जाएगा विशेष ख्याल... पढ़ें:Eid ul fitr 2022: ट्रेजेडी किंग के नाम पर 45 साल पहले लॉन्च हुई थी सेवई, इस बार भी बढ़ाएगी मिठास
राजधानी के ईदगाह इलाके में लगी बकरा मंडी में भी अलग ही रौनक देखने को मिली. प्रदेश भर से हजारों की तादाद में बकरे पूरे राजस्थान से बिकने के लिए आए. प्रदेश के टोंक, सवाई माधोपुर, नागौर, चूरू, झुंझुनू से लोग अपने बकरे लेकर बकरा मंडी में पहुंचे. बकरा मंडी में 7 हजार से लेकर 7 लाख रुपए की कीमत के बकरे बिकने के लिए आए. बकरा मंडी लगने से ईदगाह इलाके में पूरी तरह से जाम की स्थिति बनी रही. ईद की व्यवस्थाएं बनाने के लिए पुलिस प्रशासन के साथ-साथ अलग-अलग संगठन भी सड़कों पर नजर आए. ईद पर सुरक्षा के भी चाक चौबंद व्यवस्था की गई है और पुलिस महकमा विशेष नजर बनाए हुए हैं.
पढ़ें: King Of The King की डाइट जान रह जाएंगे हैरान
ईद पर शांति और सौहार्द बनाए रखने का लिया संकल्प: जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई. बैठक में ईद के त्यौहार को देखते हुए कानून एवं शांति व्यवस्था पर मंथन हुआ. बैठक में मौजूद शांति समिति के सदस्यों ने ईद के त्यौहार के मौके पर जिले में शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखने में प्रशासन का पूर्ण सहयोग करने का संकल्प लिया.
पढ़ें:बकरीद 2022: छत्तीसगढ़ में यहां बिक रहा सबसे महंगा बकरा !
जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा है कि ईद के मौके पर जिले में शांति एवं सौहार्द बनाए रखें. शांति समिति के सदस्य अपने-अपने इलाके में व्यवस्था में सहयोग करते हुए प्रशासन तथा आमजन के बीच सेतु का काम करें. वर्तमान परिस्थितियों में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है. इसलिए युवाओं की गतिविधियों तथा सोशल मीडिया पर नजर रखें. उन्होंने कहा कि प्रशासन और आमजन के बीच में सतत संवाद आवश्यक है. इसलिए शांति समिति के सदस्य लगातार प्रशासन के संपर्क में रहें तथा जरुरी सूचनाएं उपलब्ध कराएं. जिला पुलिस अधीक्षक ग्रामीण मनीष अग्रवाल ने कहा कि पुलिस और प्रशासन की ओर से माकूल इंतजाम किए जा रहे हैं. लेकिन आमजन भी व्हाटसएप समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग पूरी जिम्मेदारी से करें.
पढ़ें:Amarnath Cloudburst: अमरनाथ यात्रियों की सलामती के लिए अजमेर दरगाह में की गई दुआ
50 हजार से भी ज्यादा कार्मिकों लगाए सुरक्षा बंदोबस्त में:राजस्थान में पिछले पांच से छह महीनों में हुए दंगे, उपद्रवों और हाल ही में उदयपुर में हुए भयंकर बवाल के बाद कल ईद का बड़ा त्योहार आ रहा है. ईद के त्यौहार को देखते हुए पहली बार प्रदेश में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया (Security arrangements on EID) है. आईपीएस से लेकर कांस्टेबल स्तर के करीब 50 हजार से भी ज्यादा कार्मिकों को सुरक्षा बंदोबस्त में पहली बार तैनात किया गया है. ऐसे जिले जहां पर हाल ही में तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई थी, वहां पर विशेष फोकस रखा जा रहा है. कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस मुख्यालय से एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घुमरिया सहित तमाम अधिकारी पूरे प्रदेश पर अपनी नजर बनाए रखेंगे.
60 आईपीएस, 300 आरपीएस और 1000 इंस्पेक्टर लगाए बंदोबस्त में:पुलिस मुख्यालय के सूत्रों के अनुसार इस बार सबसे ज्यादा जाप्ता लगाया गया है. जिलों के 40 पुलिस अधीक्षकों के अलावा सीनियर स्तर के 20 अन्य आईपीएस लगाए गए हैं. 300 से भी ज्यादा आरपीएस अफसरों के साथ ही 1 हजार से ज्यादा पुलिस इंस्पेक्टर्स को नमाज के दौरान और उसके बाद तक फील्ड में रहने के निर्देश जारी किए गए हैं. इसके अलावा 50 हजार कांस्टेबल और हैड कांस्टेबल भी फील्ड में तैनात किए गए हैं.
पढ़ें:Eid Al Adha 2022: ईद पर शांति और सद्भावना को लेकर पुलिस ने की अपील, सुबह जालोरी गेट के पास होगी मुख्य नमाज
कानून व्यवस्था बंदोबस्त के हिसाब से राजस्थान में यह साल सबसे खराब रहा है. सबसे पहले करौली में धार्मिक जूलूस पर पत्थरबाजी कर माहौल खराब किया गया. फिर अलवर जिले में मंदिरों के टूटने के बार हल्ला मचा. उसके बाद भीलवाड़ा में दो बार बवाल हुआ. फिर जोधपुर में ईद के ही मौके पर सबसे ज्यादा हंगामा हुआ. हाल ही में उदयपुर में हुए कन्हैया हत्याकांड के बाद राजस्थान के सभी जिलों में रोष देखा जा रहा है. इन तमाम घटनाक्रमों को देखते हुए ईद पर किसी तरह का बवाल ना हो, इसका पूरा ध्यान राजस्थान पुलिस द्वारा रखा जा रहा है.