जयपुर. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने 14 नवंबर, 2020 को विजन 2050 पेश किया था. जिसके तहत शहर में यातायात को सुगम बनाने और शहर के सौंदर्यीकरण की 9 परियोजनाएं लाई गईं. इनकी जिम्मेदारी जयपुर विकास प्राधिकरण को सौंपी गई. 2050 तक की जनसंख्या दबाव को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक लाइट फ्री जंक्शन तैयार करने, रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और सौंदर्यीकरण के कार्य शुरू किए गए. इन प्रोजेक्ट्स को जयपुर की पारम्परिक स्थापत्य कला और संस्कृति को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है.
सौंदर्यीकरण और ट्रैफिक सिग्नल मुक्त चौराहे/तिराहे बनाए जाने के इन प्रोजेक्ट पर 700 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. हालांकि लक्ष्य था कि इस काम को दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन कोरोना ने बाधा बन गया. हालांकि अब चार प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. वहीं जेडीसी ने प्रोजेक्ट्स की समस्याओं का समाधान करते हुए, इन्हें तय समय पर पूरा करने के निर्देश दिए (Efforts to complete development works under vision 2050) हैं. राजधानी के मुख्य चौराहों और तिराहों को ट्रैफिक सिग्नल मुक्त करने के लिए जवाहर सर्किल, बी-2 बाईपास जंक्शन टोंक रोड और लक्ष्मी मंदिर तिराहा जंक्शन पर यातायात सुधारीकरण प्रोजेक्ट्स का काम चल रहा है. साथ ही सिविल लाइंस क्षेत्र में दिन में करीब 70 से 90 बार बंद होने वाले फाटक की समस्या से निजात दिलाने के लिए आरओबी का भी निर्माण किया जा रहा है.
जवाहर सर्किल : जवाहर सर्किल जयपुर पर प्रतिदिन करीब 2 लाख वाहनों की आवाजाही रहती है. प्रोजेक्ट में पदयात्रियों और साइकिल सवार के लिए 3 सब-वे (प्रत्येक सब-वे में 10 दुकान का निर्माण), एयरपोर्ट रोड के सामने मॉन्यूमेन्ट का निर्माण, बाहरी परिधि पर साईकिल ट्रैक, पार्किंग और सौन्दर्यीकरण के साथ विद्युतीकरण के कार्य भी प्रस्तावित हैं. इस कार्य की अनुमानित लागत राशि 44.19 करोड़ रुपए है. ये कार्य 12 महीने में पूरा किया जाना प्रस्तावित है.
बी-2 बाईपास जंक्शन : बी-2 बाईपास जंक्शन टोंक रोड पर एक प्रमुख जंक्शन है जो कि दुर्गापुरा को सांगानेर, प्रतापनगर और सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ता है. इसके अलावा यहां होटल, वैवाहिक स्थल, व्यवसायिक क्षेत्र, हॉस्पिटल और हवाई अड्डा स्थित है. वर्तमान में इस जंक्शन पर व्यस्ततम समय में ट्रैफिक जाम की बहुत बड़ी समस्या रहती है. जिससे समय के साथ-साथ ईंधन की भी बर्बादी होती है. प्रोजेक्ट में जवाहर सर्किल से मानसरोवर की तरफ अण्डरपास, टोंक रोड पर बजरी मंडी और रामदास अग्रवाल तिराहे पर क्लोवर लीफ के निर्माण के साथ सब-वे, विद्युतीकरण और सौन्दर्यीकरण का कार्य प्रस्तावित है. इस कार्य की अनुमानित लागत 155.06 करोड़ रुपए है. ये कार्य 18 महीने में पूरा किया जाना प्रस्तावित है.