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10वीं और 12वीं कक्षा का परिणाम तय करने के फार्मूले को शिक्षा मंत्री डोटासरा की हरी झंडी, 45 दिन में जारी होंगे रिजल्ट

राजस्थान बोर्ड की 10वीं और 12वीं के परिणाम के तय फार्मूले को प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने ग्रीन सिग्नल दे दिया है. ऐसे में अब 45 दिनों के भीतर दोनों कक्षाओं के परिणाम भी जारी कर दिए जाएंगे.

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Published : Jun 23, 2021, 8:44 PM IST

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45 दिन में जारी होगा परिणाम

जयपुर. राजस्थान बोर्ड की दसवीं और बाहरवीं कक्षा का परिणाम जारी करने के लिए बनी कमेटी के फार्मूले को शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने हरी झंडी दे दी है. दोनों कक्षाओं का परिणाम पिछले दो साल के परिणाम के आधार पर तय होगा. खास बात यह है कि इसके तहत 45 दिन में परिणाम जारी किया जाएगा.

शिक्षा विभाग की ओर से 10 वीं और 12 वीं कक्षा का परिणाम तय करने के लिए गठित समिति की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने आज बुधवार को फॉर्मूला जारी कर दिया है. कक्षा 10 के विद्यार्थियों के अंक निर्धारण के लिए कक्षा 8 की बोर्ड परीक्षा 2019 का अंक भार 45 प्रतिशत रहेगा. कक्षा 9 में अंतिम प्राप्तांकों का अंकभार 25 प्रतिशत रहेगा.

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वहीं, कक्षा 10 का अंकभार 10 प्रतिशत रहेगा. कक्षा 10 के अंकभार का निर्धारण विद्यालय विषय समिति की ओऱ से किया जाएगा. यह समिति वर्तमान सत्र के स्माइल, स्माइल-2, आओ घर में सीखें, कक्षा तथा कक्षा शिक्षण में विद्यार्थियों की सतत भागीदारी तथा प्रदर्शन के आधार पर अंक निर्धारण करेगी. सत्रांक का अंकभार पूर्व के वर्षों के भांति 20 प्रतिशत रहेगा.

वहीं, कक्षा 12 के विद्यार्थियों के अंक निर्धारण फॉर्मूले में कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा 2019 में प्राप्तांक का अंकभार 40 प्रतिशत रहेगा. कक्षा 11 में प्रदत्त अंकों का अंकभार 20 प्रतिशत रहेगा. कक्षा 12 का अंकभार 20 प्रतिशत रहेगा. जिसका निर्धारण विद्यालय विषय समिति करेगी. सत्रांक का अंकभार पहले की तरह 20 प्रतिशत ही रहेगा. कक्षा 12 की प्रायोगिक परीक्षाओं के संबंध में समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अधिकतर विद्यालयों में प्रायोगिक परीक्षाएं हो चुकी हैं और 40 प्रतिशत विद्यालयों में अंक भी दिए जा चुके हैं. अब शेष रहे विद्यालयों में कक्षा 12वीं की प्रायोगिक परीक्षाएं गृह तथा चिकित्सा विभाग की ओर से आवश्यक अनुमति मिलने पर ऑनलाइन या ऑफलाइन आयोजित की जाएगी.

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स्वयंपाठी विद्यार्थियों को देनी होगी परीक्षा

प्राइवेट विद्यार्थी या ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने श्रेणी सुधार के लिए आवेदन किया है, उन्हें बोर्ड की ओर से जब भी परीक्षा का आयोजन होगा तब अवसर दिया जाएगा. समिति की ओर से तय अंक योजना में पूरक आए विद्यार्थियों को पूरक परीक्षा का आयोजन होने पर परीक्षा देनी होगी.

परिणाम से संतुष्ट नहीं तो दे सकेंगे परीक्षा

प्राप्तांक से असंतुष्ट विद्यार्थी जब बोर्ड की ओर से परीक्षा का आयोजन किया जाएगा तब दोबारा परीक्षा दे सकेंगे. इसके लिए वैकल्पिक परीक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया जाएगा तथा वैकल्पिक परीक्षा के ही अंकों को अंतिम परिणाम माना जाएगा.

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हर स्तर पर काम के लिए अधिकतम समयावधि भी तय

प्रायोगिक परीक्षाओं के प्रतिवेदन का अनुमोदन 15 दिन में करना होगा. सतत स्व: मूल्यांकन विद्यालय विकास समिति 2 दिन में अंकभार देगी. जबकि समिति 15 दिन में अंकभार देगी. विद्यालय की ओर से अंक बोर्ड तक पहुंचाने के लिए पांच दिन का समय दिया गया है. जबकि बोर्ड की ओर से स्व मूल्यांकन व अन्य भारांक वाली कक्षाओं के अंक विद्यालयों से लेने और मॉड्यूल अपडेट 15 दिन में करना होगा. बोर्ड की ओर से सात दिन में सत्रांक प्राप्त किए जाएंगे. इस तरह प्रतिवेदन अनुमोदन के 45 दिन बाद परिणाम जारी किया जाएगा.

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