जयपुर.कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण के चलते पिछले दिनों जयपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदियों की उनके परिजनों से फेस टू फेस मुलाकात पर पाबंदी लगा दी गई थी. अब कैदियों और उनके परिजनों की डिजिटल और टेलिफोनिक माध्यम से संपर्क करवाया जा रहा है (E-mulakat in Jaipur Central Jail).
जयपुर सेंट्रल जेल में बकायदा एक सिस्टम बनाया गया है. जिसके तहत प्रत्येक कैदी को उसके परिवार के सदस्यों से बातचीत करने के लिए समय दिया जा रहा है. इसके लिए जेल के अंदर प्रत्येक वार्ड में बंद कैदियों की संख्या के आधार पर टेलीफोन के बूथ इंस्टॉल किए गए हैं. टेलीफोन के जरिए कैदियों की उनके परिजनों से होने वाली मुलाकात को पिक्स नाम दिया गया है. इसके साथ ही कैदियों की उनके परिजनों से डिजिटली मुलाकात करवाई जा रही (prisoners talk with family in Jaipur Jail) है. जिसे ई-मुलाकात नाम दिया गया है. इन तरीकों को अपनाने से बाहर से जेल के अंदर किसी व्यक्ति द्वारा कोरोना संक्रमण लेकर आने की संभावना कम हो गई है और साथ ही जेल में बंद कैदी भी परिजनों से बातचीत नहीं होने के चलते होने वाले मानसिक तनाव से मुक्त हैं.
जयपुर सेंट्रल जेल अधीक्षक राकेश मोहन शर्मा ने बताया कि जेल में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करते हुए कैदियों की उनके परिजनों से होने वाली फिजिकल मुलाकात पर रोक लगाई गई (Corona cases in Jaipur Jail) है. इसके साथ ही कैदियों की उनके परिजनों, मित्रों और वकीलों से टेलिफोनिक और ई-मुलाकात करवाई जा रही है. वर्तमान में जयपुर सेंट्रल जेल में 16 पिक्स बूथ हैं, जिस में लगे हुए टेलीफोन के जरिए कैदी अपने परिजनों से बातचीत कर रहे हैं. कैदियों की संख्या के अनुसार अलग-अलग वार्ड में एक या दो पिक्स बूथ इंस्टॉल किए गए हैं. जिसके जरिए प्रत्येक कैदी को प्रतिदिन अपने परिजनों से बातचीत करने के लिए 5 मिनट का समय दिया जा रहा है. साथ ही इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि प्रत्येक कैदी इस सेवा का लाभ उठा सके.