जयपुर. राजस्थान रोडवेज में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. रोडवेज एमडी नवीन जैन ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए डूंगरपुर डिपो के चीफ मैनेजर मोती सिंह झाला को निलंबित किया है.
डूंगरपुर चीफ मैनेजर निलंबित जानकारी के अनुसार काफी दिनों से चीफ मैनेजर के खिलाफ अवैध वसूली की शिकायतें मिल रही थी. ऐसे में रोडवेज एमडी नवीन जैन ने परिचालकों से जबरन अवैध वसूली करने की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चीफ मैनेजर मोती सिंह झाला के निलंबन के आदेश जारी किए हैं. चीफ मैनेजर मोती सिंह को निलंबित कर उनका मुख्यालय जयपुर किया गया है. अग्रिम आदेश तक डूंगरपुर डिपो के प्रबंधक ही चीफ मैनेजर का कार्य संभालेंगे.
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डूंगरपुर डिपो में कार्यरत मुख्य प्रबंधक मोती सिंह झाला के खिलाफ शिकायत मिली थी कि मार्ग पर चलने वाले परिचालकों से जबरन अवैध वसूली की जा रही है. परिचालकों ने चीफ मैनेजर पर आरोप लगाए थे कि पैसे ना देने या मना करने पर सस्पेंड करने और फाइल खराब करने की धमकी दी जाती है.
केवल अपने चहेते परिचालकों को ही वहां निरीक्षण के लिए रखा जाता है. वहीं मासिक वसूली ना देने वाले परिचालकों के रिमार्क लगवा दिया जाता है. परिचालकों को सुविधाजनक मार्ग पर चलाने, समय पर छुट्टी देने और रिमार्क न लगाने के एवज में रिश्वत ली जाती है.
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राजस्थान रोडवेज एमडी नवीन जैन ने बताया कि डूंगरपुर आगर के मुख्य प्रबंधक का पद संभाल रहे मोती सिंह झाला के खिलाफ हुई शिकायतों को लेकर जांच चल रही थी. डूंगरपुर डिपो में काम कर रहे कंडक्टर और ड्राइवर लगातार शिकायतें कर रहे थे कि उनसे मासिक वसूली की राशि मांगी जा रही है. जांच में यह साबित पाया गया है कि तथाकथित रूप से चीफ मैनेजर मोती सिंह झाला की भूमिका संदेह पूर्ण थी. इसलिए उनके विरुद्ध जांच करने के लिए उन्हें निलंबित कर उनका हेडक्वार्टर जयपुर किया गया है.