जयपुर. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि पीड़ित की वैशाली नगर में दवाई की दुकान है, जिसे ऊपर छोटा भाई कमरजीत सिंह संभालता है. 19 सितंबर को उनकी दुकान पर एक व्यक्ति दवाई लेने के लिए आया, जिसने यूएस डॉलर नोट दिखा कर बोला कि उसके मालिक की मौत हो गई है और मालिक की मौत के बाद उनके घर वालों ने सारा सामान नौकरों को दे दिया है. जो सामान दिया गया है उसमें 22 हजार डॉलर कीमत के यूएस डॉलर नोट भी शामिल हैं.
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साथ ही डॉलर दिखाने वाले व्यक्ति ने यह भी कहा कि यूएस डॉलर कहां चलेंगे और इनके बदले में कितनी भारतीय मुद्रा मिलेगी इसके बारे में उसे जानकारी नहीं है. जिस पर मेडिकल शॉप के काउंटर पर बैठक अमरजीत सिंह ने उस व्यक्ति से सारे डॉलर लेने और उसके बदले में भारतीय मुद्रा देने के लिए कहा. जिस पर उस व्यक्ति ने कमलजीत सिंह को 21 सितंबर की शाम चांदपोल चर्च के सामने बुलाया. जहां पर एक सफेद कार में अपने अन्य साथियों के साथ आए उस व्यक्ति ने यूएस डॉलर नोट दिखाए और एक थैली में डालकर उसके बदले 5 लाख रुपये भारतीय मुद्रा लेकर कमलजीत सिंह को दे दिए.
कमलजीत सिंह से 5 लाख रुपये लेने के बाद उक्त व्यक्ति वहां से चला गया और अपनी गाड़ी में बैठने के बाद जब कमलजीत सिंह ने थैला खोलकर देखा तो उसमें यूएस डॉलर नोट की बजाए कचरा भरा हुआ मिला. इस पर जब कमलजीत सिंह ने उस व्यक्ति को फोन लगाया तो उसका फोन बंद आया। ठगी का शिकार होने के बाद कमलजीत ने इसकी सूचना अपने भाई अमरदीप सिंह को दी. जिस पर अमरदीप ने संजय सर्किल थाने पहुंच ठगी का प्रकरण दर्ज करवाया. फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.