जयपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे प्रदेश में 'लॉकडाउन' और अति संक्रमण वाले इलाकों में 'कर्फ्यू' लगाया गया है. जिसका असर प्रदेश के क्राइम रेट पर देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन और कर्फ्यू के चलते अपराध के आंकड़ों में 17 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. प्रदेश में गत वर्ष मार्च की तुलना में इस वर्ष मार्च में 14 फीसदी अपराध कम हुए हैं.
इसके साथ ही राजधानी जयपुर में मार्च माह में वर्ष 2019 की तुलना में 37 फीसदी अपराध कम हुए हैं. वहीं, लॉकडाउन की अवधि में राजधानी जयपुर में विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज होने वाले अपराधिक प्रकरणों की संख्या में 90 फीसदी की कमी दर्ज की गई है.
जहां पहले प्रतिदिन पुलिस कमिश्नरेट के चारों जोन में अलग-अलग थानों के अंतर्गत 60 से 70 प्रकरण प्रतिदिन दर्ज हुआ करते थे. वहीं, अब उनकी संख्या घटकर अब महज 5 से 7 प्रकरण प्रतिदिन रह गई है. लॉकडाउन के चलते लोगों की आवाजाही पर लगे प्रतिबंध और पूरे शहर में पुलिस की मौजूदगी के चलते आंकड़ों में यह कमी देखी जा रही है.
वहीं, अगर आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में वर्ष 2019 में केवल मार्च माह में 23,066 अपराधिक प्रकरण दर्ज हुए थे. लेकिन मार्च 2020 में प्रकरणों की संख्या घटकर 19,779 रह गई है. वर्ष 2019 और 2020 के मार्च माह की तुलना की जाए तो इस वर्ष 3287 मुकदमें कम दर्ज हुए हैं. इसी तरह राजधानी जयपुर की बात की जाए तो मार्च माह में 37 फीसदी अपराध कम हुए हैं.
अपराध | वर्ष 2019 | वर्ष 2020 |
हत्या | 07 | 05 |
हत्या का प्रयास | 09 | 08 |
लूट | 15 | 03 |
अपहरण | 56 | 42 |
बलात्कार | 31 | 18 |
नकबजनी | 97 | 53 |
वाहन चोरी | 829 | 484 |
अन्य अपराध | 1343 | 879 |
कुल | 2387 | 1492 |