जयपुर. केंद्र सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति पर पूरे देश में विश्लेषण किया जा रहा है. विपक्षी दल इसे एक पक्षीय नीति बताकर विरोध कर रहे हैं. इसी बीच राजधानी जयपुर में शिक्षा सेवा समिति के बैनर तले सेवादल और यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शिक्षा नीति पर मंथन किया. इस दौरान राष्ट्रीय सेवादल के अध्यक्ष लालजी देसाई, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्य सचेतक महेश जोशी सहित कई वक्ता मौजूद रहे.
इस दौरान डोटासरा ने कहा कि नई शिक्षा नीति में जीडीपी का 6 फीसदी बजट हिस्सा होना चाहिए था, लेकिन इस पॉलिसी को धरातल पर उतारने के लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं किया गया. प्रधानमंत्री मोदी विदेशी मित्रों को ऑब्लाइज करने के लिए इसका निजीकरण कर रहे हैं. प्री-प्राइमरी को मजबूत करने के लिए आंगनबाड़ियों की बात जरूर की गई है, लेकिन उसके लिए बजट नहीं दिया जा रहा है.