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वायरल वीडियो मामले में डोटासरा ने साधी चुप्पी, बोले- मेरे संज्ञान में नहीं - Govind Singh Dotasara statement

RTE की लॉटरी निकालने शिक्षा संकुल पहुंचे शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से मीडिया ने जब स्पीकर सीपी जोशी और वैभव गहलोत के वायरल वीडियो को लेकर सवाल पूछा तो उसे डोटासरा ने टाल दिया. उन्होंने कहा कि आप मुझसे शिक्षा से जुड़ा या पार्टी अध्यक्ष से जुड़ा सवाल पूछ सकते हैं. वायरल वीडियो का कोई भी मामला मेरे संज्ञान में नहीं है.

Govind Singh Dotasara statement, CP Joshi viral video case
वायरल वीडियो मामले में डोटासरा का बयान

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Published : Jul 30, 2020, 9:42 PM IST

जयपुर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा गुरुवार कोशिक्षा संकुल में RTE की लॉटरी निकालने के बाद मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान विधायकों की बाड़ेबंदी को लेकर डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस के विधायक और मंत्री बाड़ेबंदी में नहीं है. मैं खुद यहां लॉटरी निकालने के लिए आया हूं. उन्होंने कहा कि कर्नाटक, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में प्रजातंत्र की हत्या हुई है. उसी तरह प्रजातंत्र की हत्या यहां नहीं हो इसलिए हम संभल कर रह रहे हैं और इसमें कोई बुराई नहीं है.

प्रेस वार्ता के दौरान गोविंद सिंह डोटासरा

इस दौरान उन्होंने स्पीकर सीपी जोशी और मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत के वायरल वीडियो के सवाल को टाल दिया. उन्होंने कहा कि शिक्षा से जुड़ा हुआ या फिर पार्टी अध्यक्ष से जुड़ा हुआ कोई भी सवाल आप मुझसे पूछ सकते हैं. वीडियो वायरल होने का कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं है.

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विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर डोटासरा ने कहा कि राज्यपाल ने हमारा अनुरोध मान लिया है, देर आए दुरुस्त आए. अब विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से शुरू होगा और राज्यपाल के इस निर्णय का हम स्वागत करते हैं. गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश की जनता ने खून पसीने और पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई है और यह सरकार 5 साल चलेगी. विधानसभा में जनता के मुद्दों पर चर्चा होगी, समस्याओं का समाधान होगा और विकास की पटरी पर प्रदेश सरपट दौड़े, यही कांग्रेस सरकार चाहती है.

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बसपा के मुद्दे पर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पूरा दल या दो तिहाई सदस्य पार्टी में विलय होते हैं, तो उसमें कोई परेशानी नहीं है. उसमें दल बदल कानून नहीं लागू होता. उसके लिए कानून पूरी तरह से स्पष्ट है. वहीं, अगर किसी दल का विलय करते हैं तो राष्ट्रीय अध्यक्ष नोटिस नहीं देते. विधायक दल का नेता या सचेतक नोटिस देते हैं.

कांग्रेस में व्हिप के उल्लंघन में महेश जोशी ने स्पीकर को कहा और स्पीकर ने विधायकों को नोटिस दिया. डोटासरा ने इसे भी षड्यंत्र का हिस्सा बताया और कहा कि अलग-अलग तरह से यह सामने आएंगे. उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र जीतेगा और षड्यंत्र हारेगा.

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