जयपुर/नई दिल्ली:असम में आई बाढ़ ने लोगों के जीवन को मुश्किल में डाल दिया है. घर से बेघर हो कर लोग खाने के लिए दाने-दाने को मोहताज तो हुए ही साथ ही बीमार होने पर डॉक्टरी सलाह और दवाइयों से भी महरूम हो गए.
ऐसे में दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में वीडियो कॉलिंग के जरिए बाढ़ में फंसे लालचंद विश्वास को मेडिकल एडवाइस और दवाइयां पहुंचाकर उनकी बड़ी मदद की. बता दें कि एक मुस्लिम दोस्त रहमान ने ऐसी विकट परिस्थिति में भी आपसी भाईचारे और सौहार्द की भावना दोस्ती की एक नई मिसाल पेश की.
लिवर सोराइसिस से पीड़ित है मरीज
करीब एक पखवाड़े पहले असम की बाढ़ में फंसे एक गरीब मरीज लालचंद विश्वास की हालत अचानक बिगड़ गई. वह लिवर सोराइसिस से पीड़ित हैं. उनका लिवर खराब हो गया है. लॉकडाउन और बाढ़ की वजह से दवाई समय पर नहीं मिल पाईं जिससे उनकी तबियत ज्यादा खराब हो गई.
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विश्वास के दोस्त रहमान ने दिल्ली की सर गंगा राम हॉस्पिटल में सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड लिवर ट्रांसप्लांट डिपार्टमेंट के कंसलटेंट के रूप में काम करने वाले डॉ. धीर को फोन किया. रहमान ने अपने डॉक्टर धीर को बताया कि मरीज की हालत बहुत खराब है उसे सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही है और उसके पेट में भी सूजन हो गई थी. रहमान ने वीडियो कॉल कर डॉक्टर धीर को अपने दोस्त से बात करवाई और उन्हें उसकी बीमारी के बारे में विस्तार से बताया.
नाव पर लिटाकर नेटवर्क वाले इलाके में लाया गया मरीज
मरीज की खराब हालत को देखते हुए डॉ. धीर ने तत्काल अपने विभाग के दूसरे डॉक्टरों के साथ मिलकर एक मेडिकल कंसल्टेंसी उपलब्ध करवाई. टेली कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डॉक्टर और उनके सहयोगियों ने मरीज को देखा, लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह थी कि बाढ़ ग्रसित इलाके में मोबाइल का नेटवर्क सही तरीके से काम नहीं कर रहा था जहां पर में विश्वास वार्ड में फंसे हुए थे. इस समस्या का समाधान के लिए मरीज को नाव के सहारे वहां तक लाया गया जहां पर मोबाइल का नेटवर्क सही तरीके से आ रहा था. इस बीच मरीज और डॉक्टर के बीच पूरा कम्यूनिकेशन बोट पर ही चलता रहा.