जयपुर. संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने सतत विकास लक्ष्यों से सम्बद्ध कार्य मूल्यांकन सूचकांकों के आधार पर संभाग के पांचों जिलों में जिला प्रशासन और प्रमुख विभागों के जिलेवार मासिक मूल्यांकन एवं रैंकिंग की नई व्यवस्था शुरू की है. यह व्यवस्था लागू होने के बाद किये गए पहले मूल्यांकन में सीकर जिला अव्वल रहा है. दूसरा स्थान झुंझुनू और तीसरा स्थान अलवर जिले ने हासिल किया है.
समित शर्मा ने बताया कि यह सूचकांक राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं वाले 10 विभागों एवं क्षेत्रोंं से संबंधित हैं. रैंकिंग और ग्रेडिंग का आधार लक्ष्यों के विरुद्ध प्रति माह होने वाली उपलब्धि है. इससे लोगों के कार्यों के निस्तारण में तेजी आएगी. राज्य सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण किया जा सकेगा एवं आमजन के कार्यों और शिकायतों का समय पर निस्तारण सुनिश्चित हो सकेगा.
इस तरह मिलेगी ग्रेडिंग
संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने बताया कि जिलों एवं विभागों के कार्य निष्पादन के आधार पर समीक्षा की इस अंक आधारित प्रणाली से जिलों एवं विभागों के कार्यों के विश्लेषण और क्रियान्वयन में सहायता मिलेगी. उन्होंने बताया कि जिलों और विभागों का रिपोर्ट कार्ड हर महीने तैयार किया जाएगा, जिसके आधार पर उनकी रैंकिंग की जाएगी. 80 या अधिक अंक लाने वाले विभागों और जिलों को (A+) उत्कृष्ट, 70 से 79 के मध्य अंक पर बहुत अच्छा (A), 60 से 69 के बीच अंक लाने पर रैंकिंग अच्छा (B+) रहेगी. इसी प्रकार 50 से 59 के बीच अंक प्राप्त होने पर परफॉर्मेंस औसत (B) मानी जायेगी. उन्होंने बताया कि अगर किसी जिले या विभाग को 40 से कम अंक प्राप्त होते हैं तो यह परफॉर्मेंस असंतोषजनक (C) मानी जायेगी.