जयपुर. स्वायत्त शासन विभाग ने जयपुर, जोधपुर और कोटा के दोनों नगर निगम में अधिकारियों कर्मचारियों का बंटवारा कर दिया है. फिलहाल जोन उपायुक्तों से लेकर उद्यान निरीक्षक तक उन पदों को बांटा गया है, जिनका नियोक्ता राज्य सरकार है. विभाग ने मौजूदा कर्मचारियों में से कई पदों के विरुद्ध अधिकारी कर्मचारी लगाए हैं. जयपुर में ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम में कर्मचारियों का 60:40 अनुपात रखा है.
निगमों में किया कर्मचारियों का बंटवारा राज्य सरकार की ओर से नगर निगम के 466 पदों को खत्म करते हुए, 210 नए पद सृजित किए गए हैं. ऐसे में अब दोनों नगर निगमों में कुल 14 हजार 472 पद होंगे. इनमें ग्रेटर नगर निगम में 8 हजार 599, जबकि हेरिटेज नगर निगम में 5 हजार 873 पद होंगे. वहीं अब स्वायत्त शासन विभाग ने हेरिटेज और ग्रेटर दोनों नगर निगम में कर्मचारियों का बंटवारा भी कर दिया है.
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ग्रेटर नगर निगम
- उपायुक्त- नवीन भारद्वाज, ममता नागर, करणी सिंह, रामकिशोर मेहता और कविता चौधरी
- वित्तीय सलाहकार- महेंद्र मोहन
- वरिष्ठ लेखाधिकारी- मातादीन शर्मा
- सहायक लेखाधिकारी (प्रथम)- मंशाराम जाट, इनायतुल्लाह मदानी
- मुख्य अभियंता- अनिल सिंघल
- मुख्य अग्निशमन अधिकारी- जगदीश प्रसाद फुलवरिया
- अधीक्षण अभियंता सिविल- अनिल घीया, राजेश मीणा
- अधीक्षण अभियंता लाइट- रमेश चंद शर्मा
- यांत्रिक - अतुल शर्मा
- वरिष्ठ नगर नियोजक- राजेश कुमार तुलारा
- स्वास्थ्य अधिकारी- राजेंद्र गर्ग, रश्मि कांकरिया
हेरिटेज नगर निगम
- उपायुक्त- सुरेंद्र सिंह यादव, राजीव शर्मा, दिलीप शर्मा और अनीता मित्तल
- लेखाधिकारी- अनिल कुमार शर्मा
- सहायक लेखा अधिकारी (प्रथम)- बाबू खान
- अतिरिक्त मुख्य अभियंता सिविल- मुकेश चंद गुप्ता
- अग्निशमन अधिकारी- देवेंद्र मीणा
- अधीक्षण अभियंता सिविल- नितिन शर्मा, महेश कुमार मीणा
- स्वास्थ्य अधिकारी- सोनिया अग्रवाल, जगदीश प्रसाद गुप्ता
स्वायत्त शासन विभाग ने 60:40 के अनुपात में कर्मचारियों का विभाजन ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम में किया है. आदेश के अनुसार अधिकारी तुरंत प्रभाव से अपने-अपने निगम ने कार्यभार संभालेंगे. साथ ही पत्रों, वाहनों और भवनों पर संबंधित निगम के साइन बोर्ड भी लगाएंगे.
बता दें कि हेरिटेज नगर निगम का कार्यालय पुराने पीएचक्यू के दफ्तर से संचालित किया जाना है. अभी तक यह दफ्तर तैयार नहीं हो पाया है. ऐसे में अगले दो-तीन महीने तक ग्रेटर नगर निगम के दफ्तर यानि की वर्तमान नगर निगम मुख्यालय से ही हेरिटेज का कार्यालय चलेगा.