बाड़मेर.राजस्थान में गहलोत सरकार (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) में उठापटक का दौर है तो इसी बीच राजस्थान में कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले रेगिस्तानी जिले बाड़मेर (Barmer News) के स्थानीय पार्टी संगठन में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. एक के बाद एक नेता पिछले एक महीनों में सुर्खियां बटोर रहे हैं. इनमें पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी (MLA Hemaram Choudhary) ने तो अपना इस्तीफा (Resign) तक भेज दिया. ऐसे में पहले से ही सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) में छिड़े शीत युद्ध (Cold War) में उलछी पार्टी को अब स्थानीय दिग्गजों को भी संभालने में एड़ी-चोटी का बल लगाना पड़ रहा है.
पढ़ें:किस्मत का खेल निराला: वो तो सालों पहले बिछड़कर अब हो गई थी ना-उम्मीद...
दरअसल, राजस्थान में कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाली बाड़मेर जिले में कांग्रेस के लिए सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है. कमलेश प्रजापत का एनकाउंटर (Kamlesh Prajapat Encounter) हुआ तो समाज के साथ ही कांग्रेस की विधायक मदन प्रजापत ने सीधे तौर पर स्थानीय पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए. बगावती सुर अख्तियार करते हुए यहां तक कह दिया था कि अगर इस मामले में न्याय नहीं मिला, तो अपनी ही सरकार के खिलाफ चला जाऊंगा.